हादसे के वक्त करीब 500 छात्र-छात्राएं कर रहे थे पढ़ाई, नगर निगम कमेटी करेगी जांच
जयपुर,संवाददाता : जयपुर के महेश नगर स्थित उत्कर्ष कोचिंग में रविवार रात कक्षा में पढ़ाई के दौरान बेहोश हुए छात्रों के मामले की जांच अब नगर निगम कमेटी करेगी। इस घटना के बाद कोचिंग संस्थान को सील करने और घटना की उचित जांच की मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी सहित कई छात्र नेता अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए हैं। रविवार शाम को कक्षा के दौरान अचानक 10 छात्र-छात्राएं बेहोश हो गए थे। इन छात्रों में से 5 छात्राओं को एसएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं, दो छात्रों का निजी अस्पताल में इलाज जारी है। पुलिस ने बताया कि कक्षा में छात्रों को अचानक एक अजीब सी गंध आई, जिसके बाद उनकी खांसी शुरू हो गई और वे बेहोश हो गए।
धरने पर बैठे छात्र नेताओं ने की कोचिंग सील करने की मांग
घटना के बाद, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी और अन्य छात्र नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की और प्रशासन से कोचिंग संस्थान को सील करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने उचित कार्रवाई नहीं की, तो वे सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे। चौधरी ने कहा, “हम शांति से बैठे हैं ताकि प्रशासन को होश आए, लेकिन अगर स्थिति यही रही, तो हम सड़क पर उतरेंगे।”
महापौर के निर्देश पर जांच कमेटी का गठन
इस बीच, ग्रेटर निगम महापौर सौम्या गुर्जर के निर्देश पर आयुक्त ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। महापौर ने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी और बच्चों की सुरक्षा निगम की प्राथमिकता है। निगम उपायुक्त लक्ष्मीकांत कटारा ने बताया कि रात में कोचिंग संस्थान का ताला बंद मिला, लेकिन सीवरेज और स्वास्थ्य शाखा की टीम ने बिल्डिंग का निरीक्षण किया, जिसमें कोई संदिग्ध बात नहीं पाई गई। आज कोचिंग के अंदर से और जांच की जाएगी।
कोचिंग में 500 छात्रों की उपस्थिति
बताया जा रहा है कि जिस कक्षा में यह हादसा हुआ, वहां करीब 500 छात्र-छात्राएं एक साथ पढ़ाई कर रहे थे और वे रीट परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। अब नगर निगम की कमेटी मामले की गहन जांच करेगी और सच्चाई का पता चलेगा।