डॉ. प्रतीक जोशी और उनके मासूम बच्चों की मौत से बांसवाड़ा में मातम

बांसवाड़ा/अहमदाबाद : अहमदाबाद विमान हादसे में बांसवाड़ा के प्रतिष्ठित चिकित्सक दंपती डॉ. प्रतीक जोशी और डॉ. कौमी व्यास सहित उनके तीन मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत ने पूरे शहर को शोक में डुबो दिया है। यह परिवार लंदन जा रहा था, एक नई ज़िंदगी की शुरुआत करने — लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
डॉ. जेपी जोशी, जो मृतक डॉ. प्रतीक के पिता और बच्चों के दादा हैं, बेसुध होकर कहते हैं, मेरे जुड़वां पोते 15 अगस्त को पैदा हुए थे, अब आज़ाद हो गए। यह कहते हुए उनकी आवाज़ भर आती है और आंखें नम हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि उनके पोते प्रद्युत और नकुल, जिनका जन्म स्वतंत्रता दिवस पर हुआ था, इस साल पांच साल के हो जाते। उनकी बड़ी पोती मिराया, मात्र 9 साल की थी। स्कूल शुरू होने वाला था, बच्चों के लिए नए बैग खरीदे थे। वे रातभर उन्हें सीने से लगाकर सोते रहे।
डॉ. जेपी जोशी ने कहा कि बेटा और बहू अपने बच्चों के साथ लंदन में नई ज़िंदगी शुरू करने जा रहे थे। लेकिन विमान हादसे में सब कुछ खत्म हो गया। इस हादसे में बांसवाड़ा की मोहन कॉलोनी निवासी डॉक्टर जोशी दंपती और उनके तीन मासूम बच्चों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। परिजनों ने बताया कि अभी तक डीएनए रिपोर्ट नहीं आई है, जिससे शवों की पहचान हो सके। डॉ. हिमांशु द्विवेदी, जो परिजनों के साथ घटनास्थल पर मौजूद हैं, ने बताया कि अस्पताल, पुलिस या प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। बांसवाड़ा प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि प्रक्रिया पूरी होने में अभी दो दिन और लग सकते हैं।