ड्रोन से रिकॉर्ड हुए वीडियो में मागरे को अकेले नदी में कूदते हुए देखा जा सकता है
कुलगाम,संवाददाता : कश्मीर घाटी एक बार फिर सुर्खियों में है, जहां कुलगाम जिले में इम्तियाज अहमद मागरे नामक युवक की नदी में डूबने से हुई मौत ने सियासी और सामाजिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। मागरे पर आतंकियों की मदद का आरोप था, लेकिन उसकी संदिग्ध मौत और उसका ड्रोन वीडियो अब कई सवालों को जन्म दे रहे हैं।
घटना का विवरण
तीन मई को पुलिस हिरासत में लिए गए मागरे ने पूछताछ के दौरान कथित तौर पर दो पाकिस्तानी आतंकियों की जानकारी दी थी। चार मई की सुबह, वह सेना और पुलिस की संयुक्त टीम के साथ आतंकियों के ठिकाने की ओर जा रहा था, तभी उसने अचानक वेशाव नदी में छलांग लगा दी और डूब गया। ड्रोन से रिकॉर्ड हुए 38 सेकंड के वीडियो में मागरे को अकेले नदी में कूदते हुए देखा जा सकता है सुरक्षा बलों ने दावा किया कि मागरे की मौत उसकी अपनी गलती थी। उन्होंने इसे “भागने की कोशिश” के रूप में बताया और कहा कि कोई सुरक्षा कर्मी उस वक्त उसके आसपास नहीं था। वीडियो को सबूत के तौर पर जारी किया गया है।
परिवार और राजनीतिक दलों के आरोप
मागरे के परिवार ने दावा किया कि उसे 2 मई को घर से जबरन उठाया गया था और बाद में उसकी लाश मिली। उन्होंने इसे हिरासत में हत्या करार दिया। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और एनसी सांसद आगा रुहुल्लाह ने भी घटना को संदिग्ध बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की। सामाजिक कल्याण मंत्री साकिना इट्टू ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर न्यायिक जांच की मांग की है। यह घटना 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद सामने आई है, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई थी। उसके बाद से घाटी में सुरक्षा बलों का अभियान तेज हुआ है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस अभियान के नाम पर निर्दोषों को निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस ने कहा है कि मागरे की मौत के कारणों की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम और अन्य कानूनी औपचारिकताओं के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी।