मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के इस बड़े मामले में ईडी कर रही है गहराई से जांच
नई दिल्ली,संवाददाता : उत्तर प्रदेश में डाटा सेंटर नेटवर्क स्थापित करने के नाम पर हजारों करोड़ के निवेश की डील करने वाले सुखविंदर सिंह खरोर और उनकी पत्नी डिंपर खरोर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है।
सुखविंदर सिंह खरोर की कंपनियां व्यूनाउ मार्केटिंग सर्विसेज और व्यूनाउ इंफ्राटेक ने यूपी इन्वेस्टर्स समिट-2022 में 13,500 करोड़ रुपये के निवेश का समझौता किया था। इस डील पर यूपी के तत्कालीन मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की मौजूदगी में हस्ताक्षर हुए थे। कंपनी ने दावा किया था कि वह राज्य के हर जिले में 750 डाटा सेंटर बनाएगी, जिससे 5जी, ब्लॉकचेन, बिग डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी को बढ़ावा मिलेगा। इस प्रोजेक्ट को लेकर निवेशकों से करीब 3,558 करोड़ रुपये जुटाए गए।
जांच में पता चला कि कंपनी ने डाटा सेंटर के लिए कोई ठोस काम नहीं किया और निवेशकों के पैसे को विदेश में हवाला के जरिए ट्रांसफर करना शुरू कर दिया। यूपी सरकार द्वारा कराई गई पृष्ठभूमि जांच में सामने आया कि कंपनी का कोई मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड नहीं था। नोएडा में सुखविंदर सिंह खरोर के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज होने के बाद ईडी ने मामले की जांच शुरू की। जांच में खुलासा हुआ कि सुखविंदर सिंह अपनी पत्नी के साथ विदेश भागने की कोशिश कर रहे थे।
एयरपोर्ट पर गिरफ्तार, ईडी कर रही पूछताछ
ईडी को सूचना मिली कि सुखविंदर और उनकी पत्नी विदेश जाने की फिराक में हैं। एयरपोर्ट पर ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। अब मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के इस बड़े मामले में ईडी गहराई से जांच कर रही है।