आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरे वाहन को एफसी काफिले में घुसा दिया
बलूचिस्तान : पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के नोशकी इलाके में रविवार को पाकिस्तानी सेना पर जबरदस्त आत्मघाती हमला किया गया। बलूच लिबरेशन आर्मी ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया है कि इस हमले में करीब 90 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। मजीद ब्रिगेड और फतह स्क्वॉड ने आठ बसों के काफिले पर आत्मघाती हमला किया, जिसमें सभी आठ बसें और सेना के जवान जलकर राख हो गए।
पाकिस्तानी सेना ने हालांकि, इस हमले में अपने सात जवानों की मौत की पुष्टि की है। अधिकारियों के मुताबिक, यह आत्मघाती हमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित नोशकी में हुआ, जहां एफसी (फ्रंटियर कोर) काफिले के पास विस्फोट हुआ। हमले में कम से कम 12 सैनिक घायल हुए हैं। नोशकी के स्टेशन हाउस ऑफिसर जफरुल्लाह सुमालानी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरे वाहन को एफसी काफिले में घुसा दिया।
घायलों को एफसी कैम्प और नोशकी टीचिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां आपातकाल घोषित कर दिया गया है। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मरने वालों और घायलों की संख्या में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर है।
मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने किया हमले की निंदा
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि, “बलूचिस्तान की शांति से खेलना दुर्भाग्यपूर्ण है और ऐसा करने वालों का दुखद अंत होगा।” उन्होंने कायराना हमलों को पाकिस्तान के मनोबल को न तोड़ने वाला बताया और कहा कि बलूचिस्तान में आतंकवादियों के लिए कोई जगह नहीं है। बुगती ने यह भी कहा कि शांति के दुश्मनों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
पाकिस्तान सरकार ने किया कड़ी प्रतिक्रिया
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने भी हमले की निंदा करते हुए इसे “निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने” वाला एक क्रूर कृत्य बताया। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “आतंकवाद के माध्यम से लोगों का मनोबल नहीं गिराया जा सकता और हम दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं।”