भीड़ का दबाव बढ़ने के बाद संगम तट के पास हुआ दर्दनाक हादसा

प्रयागराज,संवाददाता : महाकुंभ के दौरान संगम तट पर मंगलवार रात हुई भगदड़ में 17 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रशासन के अनुसार, इस हादसे की वजह अफवाहों के कारण उत्पन्न हुई भगदड़ बताई जा रही है। यह हादसा रात करीब दो बजे हुआ, जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के स्नान के लिए संगम तट पर जमा हो गए थे। घटना स्थल पर पिलर नंबर 157 के पास भगदड़ मचने से कई लोग गिर पड़े, जिनमें से कुछ को उठाया नहीं जा सका। घायलों को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की मौत की पुष्टि की गई है। महाकुंभ क्षेत्र में भीड़ का दबाव बढ़ने के बाद प्रशासन ने स्नान के लिए अखाड़ों से जुलूस न निकालने का अनुरोध किया। इसके परिणामस्वरूप, 13 अखाड़ों ने मौनी अमावस्या के दिन स्नान स्थगित कर दिया है, और अब वे तीन फरवरी को बसंत पंचमी के दिन स्नान करेंगे। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाहों के कारण स्थिति बिगड़ी और भगदड़ मच गई, जिससे यह दुखद घटना घटी। एंबुलेंस के ड्राइवर अवनीश कुमार ने बताया कि कई लोग घायल हैं, लेकिन मृतकों की संख्या का अभी ठीक से अनुमान नहीं लगाया जा सका है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम तट पर न आएं और अन्य घाटों पर स्नान करें। बच्चों के साथ यात्रा करने वालों से विशेष रूप से कंधे पर बच्चों को बैठाने की अपील की गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है, और प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

अखाड़ा परिषद ने स्नान स्थगित किया
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या की सुबह लगभग तीन बजे संगम पर हुई भगदड़ में 17 श्रद्धालुओं के मरने की सूचना आ रही है और दर्जनों घायल बताए जा रहे हैं। इसी बीच अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि घटना से हम दुखी हैं। हमने अपना जुलूस रोक रखा है। बताया जा रहा है कि अखाड़ा परिषद ने आज मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान न करने का फैसला लिया है। जबकि घटना से पहले सभी अखाड़ों के स्नान की समय सारणी निश्चित हो चुकी थी। अपने अमृत स्नान के लिए जुलूस के साथ निकलने वाले भी थे। लेकिन मेले में हुई विदारक घटना से पूरा माहौल ही बदल चुका है।
पीएम मोदी ने सीएम योगी से की बात, राहत कार्य तेज करने का दिया आदेश
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगदड़ की स्थिति को लेकर सीएम योगी से बात की और मामले की जानकारी ली। पीएम मोदी ने हादसे में घायल हुए लोगों के लिए की गई व्यवस्था की समीक्षा भी की। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए भी कहा है।
प्रशासन की अपील
संगम तट पर भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन ने अखाड़ों से जुलूस न निकालने की अपील की है। इसी कारण 13 अखाड़ों ने मौनी अमावस्या पर होने वाला अमृत स्नान स्थगित कर दिया है। महंत रवींद्र पुरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि महाकुंभ में भगदड़ के बाद अखाड़ों ने मौनी अमावस्या का ‘अमृत स्नान’ रद्द कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब सभी अखाड़े तीन फरवरी, बसंत पंचमी के दिन स्नान करेंगे।