स्पेसएक्स का ड्रैगन ‘ग्रेस’ यान मंगलवार को सैन डिएगो के पास प्रशांत महासागर में उतरेगा
नई दिल्ली,संवाददाता : एक्सिओम-4 मिशन में शामिल भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य सदस्यों का अंतरिक्ष प्रवास अब समाप्ति की ओर है। ये सभी मंगलवार को 22.5 घंटे की वापसी यात्रा के बाद पृथ्वी पर सुरक्षित लौट आएंगे। उनका यान कैलिफोर्निया के सैन डिएगो तट के पास प्रशांत महासागर में उतरेगा।
मिशन में शुक्ला के साथ कमांडर पैगी व्हिट्सन, पोलैंड के मिशन विशेषज्ञ स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू भी शामिल हैं। इन सभी को लेकर अंतरिक्ष से लौट रहा ड्रैगन ‘ग्रेस’ यान सोमवार शाम भारतीय समयानुसार 4:45 बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से सफलतापूर्वक अलग हो गया।
स्पेसएक्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी दी कि,
“ड्रैगन यान मंगलवार को भारतीय समयानुसार दोपहर 3:01 बजे पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा, जिसके बाद यह सैन डिएगो तट पर पानी में उतरेगा।”
वापसी के दौरान यान के पृथ्वी की ओर बढ़ते समय एक ध्वनि विस्फोट (sonic boom) के साथ उसके आगमन की घोषणा होने की संभावना है।
क्या है डी-ऑर्बिट बर्न?
भारतीय समयानुसार मंगलवार दोपहर 2:07 बजे यान के डी-ऑर्बिट बर्न की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। इस प्रक्रिया में यान के थ्रस्टर्स (छोटे इंजन) को इस प्रकार दागा जाता है कि उसकी गति धीमी हो जाए और वह पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलकर वायुमंडल में प्रवेश कर सके। यह अंतरिक्ष यान की सुरक्षित वापसी की एक महत्वपूर्ण तकनीकी प्रक्रिया होती है।
एक्सिओम-4 मिशन की उपलब्धियां
इस मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 18 दिनों तक वैज्ञानिक प्रयोग, शारीरिक फिटनेस मूल्यांकन और तकनीकी विश्लेषण जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दिया। यह मिशन भारत के लिए भी गौरव का विषय है, क्योंकि शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में भारतीय विज्ञान और वैश्विक सहयोग का प्रतिनिधित्व किया।