बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि किसी नेता के स्वास्थ्य पर टिप्पणी करना उचित नहीं
पटना,संवाददाता : बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, और चुनावी माहौल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत पर राजनीति गरमा गई है। विपक्ष ने नीतीश कुमार की सेहत को लेकर लगातार सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं, वहीं बीजेपी भी उनके बदलते व्यवहार को लेकर चिंतित है। दरअसल, बीजेपी नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार है, लेकिन उनकी सेहत पर बढ़ते सवाल पार्टी नेताओं को परेशानी में डाल रहे हैं।
हाल ही में पटना के पाटलिपुत्र स्टेडियम में आयोजित सेपक टाकरा वर्ल्ड कप 2025 के उद्घाटन समारोह में नीतीश कुमार का व्यवहार चर्चा का विषय बना। राष्ट्रगान की घोषणा के दौरान वह अचानक मंच से उतर गए और खिलाड़ियों से बातचीत करने लगे। वहीं, राष्ट्रगान बजने के दौरान वह मुस्कुराते हुए अपने प्रधान सचिव से बात करने लगे और मीडियाकर्मियों से नमस्ते करने लगे, जिसे लेकर विपक्ष ने कड़ी आलोचना की। विपक्ष ने इस घटना को राष्ट्रगान का अपमान करार दिया और इसे आगामी विधानसभा चुनाव का मुद्दा बनाने की योजना बनाई है।
राजद और कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की सेहत अब ठीक नहीं है। राजद नेता तेजस्वी यादव और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की, और कहा कि नीतीश कुमार अब मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के योग्य नहीं हैं। नीतीश कुमार के व्यवहार में बदलाव को लेकर यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले, 15 अक्टूबर 2024 को गांधी मैदान में रावण वध समारोह के दौरान उन्होंने तीर-धनुष को फेंक दिया था, और प्रगति यात्रा के दौरान महिलाओं पर विवादित टिप्पणी की थी। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है, तो उन्हें इस्तीफा देकर बेटे या किसी और को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। बिहार में मुख्यमंत्री की सेहत को लेकर अब मेडिकल बुलेटिन जारी करने की मांग उठने लगी है। प्रदेश अध्यक्ष अख़्तरुल ईमान ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब नीतीश कुमार का व्यवहार बदला है, और राज्यहित में उनका मेडिकल बुलेटिन जारी होना चाहिए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत पर उठते सवालों पर बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि किसी नेता के स्वास्थ्य पर टिप्पणी करना उचित नहीं है।