पाकिस्तान नोबेल पुरस्कार के बहाने कश्मीर मुद्दे पर ट्रंप का समर्थन चाहता है
दिल्ली,संवाददाता : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शांति के लिए नोबेल पुरस्कार पाने के कितने इच्छुक हैं, यह बात किसी से छिपी नहीं है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर एक लंबी पोस्ट शेयर करते हुए कई देशों के बीच जंग रुकवाने का झूठा क्रेडिट लेते हुए कहा कि इतना सब करने के बाद भी उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार नहीं मिलेगा।
ट्रंप ने इस पोस्ट में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाने का क्रेडिट भी लिया। हालांकि भारत की तरफ से एक से ज़्यादा मौकों पर यह साफ कर दिया गया है कि अमेरिका या अन्य किसी तीसरे पक्ष की दोनों देशों के बीच युद्ध रुकवाने में कोई भूमिका नहीं थी। खुद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यह कह चुके हैं और उन्होंने तो ट्रंप से फोन पर बात के दौरान भी यह बात कही थी। हालांकि इसके बावजूद भी पाकिस्तान ने ट्रंप को इस बात का क्रेडिट देते हुए एक बड़ी मांग की है।
पाकिस्तान की नापाक चाल
पाकिस्तान की तरफ से भले ही भारत से उसके युद्ध को रुकवाने के विषय पर ट्रंप को शांति का नोबेल पुरस्कार देने की मांग की जा रही है, लेकिन इसके पीछे उसकी मंशा कुछ और ही लगती है। पाकिस्तान को भी पता है कि भारत से युद्ध रुकवाने में ट्रंप की कोई भूमिका नहीं थी। इसके बावजूद भी पाकिस्तान लगातार ट्रंप को इसके लिए क्रेडिट दे रहा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान नोबेल पुरस्कार के बहाने ‘नापाक’ चाल चलते हुए कश्मीर मुद्दे पर ट्रंप का समर्थन चाहता है।