कंस्ट्रक्शन और जमीनों की खरीद-फरोख्त में लगे मध्यप्रदेश के बिल्डरों के ठिकानों पर कार्रवाई
भोपाल,संवाददाता : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और आसपास के क्षेत्रों में कंस्ट्रक्शन और जमीनों की खरीद-फरोख्त में लगे बिल्डरों के ठिकानों पर आयकर विभाग ने बुधवार को छापेमारी की। पहले दिन की कार्रवाई में तीन करोड़ से अधिक नकद, ज्वेलरी, दर्जनों बैंक लॉकर और प्रॉपर्टी से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज़ बरामद हुए हैं। आयकर विभाग की टीम ने भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में कुल 52 स्थानों पर जांच की। भोपाल में सिकरवार बंधुओं सहित कई बिल्डरों के ठिकानों पर जांच चल रही है। कस्तूरबा नगर, एमपी नगर, होशंगाबाद रोड, नीलबड़, रातीबड़, मेडोरी और दस नंबर मार्केट समेत कई इलाकों में कार्रवाई की गई। इन ठिकानों से आयकर विभाग को जमीनों के जब्त दस्तावेज मिले हैं, जिनसे प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री का खुलासा हो सकता है। अधिकारियों के मुताबिक, दस्तावेजों के मूल्यांकन में कुछ समय लगेगा।
सूत्रों के अनुसार, इस छापेमारी में कुछ ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं, जिनसे प्रदेश के सेवानिवृत्त और कार्यरत आइपीएस अधिकारियों के धन निवेश की जानकारी सामने आई है। साथ ही, कुछ मंत्री और बिल्डरों के बीच नजदीकी के सबूत भी मिले हैं। सोशल मीडिया पर मंत्री और बिल्डर की दोस्ताना तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं, जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि इस संबंध में धन की लेन-देन का मामला हो सकता है। सिकरवार बंधुओं का ग्वालियर में भी कारोबार है, जहां उनके कोटावाला मोहल्ले स्थित निवास पर भी छापेमारी की गई। टीम को यहां पांच एकड़ जमीन खरीदने के दस्तावेज मिले, जिनके बारे में जांच जारी है। आयकर विभाग ने बताया कि यह छापेमारी 4 से 5 दिन तक चल सकती है, जिसमें पुलिस, सीआरपीएफ और 500 कर्मचारियों को लगाया गया है। आयकर विभाग की यह छापेमारी राज्य में राजनीतिक और कारोबारी हलकों में हलचल मचा सकती है, क्योंकि इससे जुड़े कई अहम नाम और दस्तावेज सामने आए हैं।