मैच खत्म होने के बाद भी गेंदबाजी करने का निकालते थे समय
नई दिल्ली,संवाददाता : मोहम्मद शमी की लगभग 14 महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी होने जा रही है। उनका आखिरी मुकाबला 2023 के वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में था, जिसके बाद वह चोटिल हो गए थे। शमी ने भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी के लिए कड़ी मेहनत की है और इस दौरान उन्होंने अपनी डाइट प्लान भी बेहद सख्त तरीके से फॉलो किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, शमी ने अपनी पसंदीदा बिरयानी को भी दो महीने से अधिक समय के लिए छोड़ दिया था। बंगाल के तेज गेंदबाजी कोच शिब शंकर पॉल ने शमी की मेहनत की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “शमी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के लिए अविश्वसनीय भूख और जोश देखा।” पॉल ने खुलासा किया कि शमी सुबह छह बजे मैदान पर पहुंच जाते थे और वहां दौड़ने के लिए बेताब रहते थे। वह मैच खत्म होने के बाद भी गेंदबाजी करने का समय निकालते थे, जो एक खिलाड़ी के समर्पण को दर्शाता है।
मोहम्मद शमी 2024 के अंत में बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट में वापसी करते हुए एक रणजी मैच और कुछ सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी मैचों में हिस्सा लिया। पॉल ने बताया कि शमी मैच के बाद भी 30-45 मिनट तक गेंदबाजी करते थे, जो एक असामान्य और प्रेरणादायक कार्य है। वह मैच के दिन टीम के पहुंचने से पहले ही मैदान पर होते थे और तैयार रहते थे। शमी का समर्पण और मेहनत उनकी वापसी की कहानी को प्रेरणादायक बनाते हैं। चोट से उबरने के बाद शमी ने साबित कर दिया कि भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान अभी खत्म नहीं हुआ है। उनकी वापसी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ी राहत हो सकती है।