सुरक्षा बलों ने नक्सलियों की बटालियन को घेरने के लिए छह टुकड़ियों को किया रवाना
जगदलपुर : दक्षिण बस्तर के सुकमा-बीजापुर जिले की सरहद पर सुरक्षा बलों ने नक्सली नेता हिड़मा की बटालियन पर बड़ा हमला किया है, जिसमें दर्जनभर से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इस बारे में आधिकारिक आंकड़ा देने से बचते हुए कहा है कि पूरी जानकारी फोर्स के लौटने के बाद ही साझा की जाएगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन गुरुवार को उस इलाके में चलाया गया जहां नक्सलियों की बटालियन का कब्जा था। इस ऑपरेशन में कोबरा बटालियन और सीआरपीएफ सहित अन्य सुरक्षा बलों के लगभग 1800 जवानों ने हिस्सा लिया। ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों के कई हथियार भी जब्त किए गए हैं। बीजापुर और सुकमा जिले की सरहद पर बहने वाली तलपेरू और चिंतावागु नदियों के किनारे नक्सलियों का कैंप था। सुरक्षा बलों ने सटीक जानकारी मिलने पर नक्सलियों की बटालियन को घेरने के लिए छह टुकड़ियों को रवाना किया। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ें हुईं, जिसमें दर्जनभर नक्सलियों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है।
यह ऑपरेशन नक्सली बटालियन कमांडर हिड़मा की टीम के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा हमला था। हालांकि, हिड़मा फोर्स के हाथ नहीं लगा और वह भागने में सफल रहा। सूत्रों के अनुसार, छह नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है। बीजापुर में सर्चिंग अभियान पर निकले सीआरपीएफ के दो जवान, मर्दुल बर्मन और मोहम्मद इशाक, गुरुवार को पुतकेल के पास आईईडी विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल रायपुर रेफर किया गया है।