मोदी, अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के पुतलों को लेकर किया प्रदर्शन
दिल्ली,संवाददाता : कनाडा में हाल ही में हुए आम चुनावों में मार्क कार्नी की जीत और प्रधानमंत्री के रूप में उनकी वापसी के बावजूद, देश में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों पर कोई विशेष अंकुश नजर नहीं आ रहा है। चुनाव में सिख नेता और खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की करारी हार और उनकी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बावजूद, खालिस्तान समर्थक रविवार को एक बार फिर टोरंटो की सड़कों पर दिखाई दिए।
माल्टन में निकाली गई हिंदू-विरोधी रैली
रविवार को टोरंटो के माल्टन इलाके में स्थित एक गुरुद्वारे से खालिस्तान समर्थकों ने एक हिंदू-विरोधी रैली निकाली। रैली में भारी संख्या में खालिस्तान समर्थकों ने हिस्सा लिया और भारत के खिलाफ नारेबाज़ी की। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारियों ने खालिस्तान के झंडे लहराए और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के पुतलों को लेकर प्रदर्शन किया।
हिंदुओं को कनाडा से निकालने की मांग
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इस रैली का निशाना भारत सरकार नहीं, बल्कि कनाडा में रह रहे हिंदू समुदाय के लोग थे। रैली में खुलेआम यह मांग की गई कि कनाडा में बसे करीब आठ लाख हिंदुओं को देश से निकाला जाए। इस तरह के बयान और प्रदर्शन कनाडा में धार्मिक सहिष्णुता और सामाजिक समरसता के लिए बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं।
सरकार की भूमिका पर सवाल
जब कनाडा में जस्टिन ट्रूडो की सरकार थी, तब उन पर खालिस्तान समर्थकों को परोक्ष संरक्षण देने के आरोप लगे थे। अब जबकि मार्क कार्नी सत्ता में हैं, लोगों की निगाहें इस बात पर हैं कि क्या उनकी सरकार खालिस्तानी कट्टरपंथियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगी या वही ढीला रवैया जारी रहेगा।
भारतीय समुदाय में रोष
कनाडा में बसे भारतीय और खासकर हिंदू समुदाय में इस रैली के बाद गहरी नाराज़गी है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसे “घृणा फैलाने वाला प्रदर्शन” करार देते हुए सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।