जम्मू, कुपवाड़ा और सांबा सेक्टर में ड्रोन और मिसाइल हमले नाकाम; भारतीय सेना और वायुसेना हाई अलर्ट पर
नई दिल्ली, संवाददाता : भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। गुरुवार रात पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, जम्मू और सांबा सेक्टरों में ड्रोन और मिसाइल हमलों की साज़िश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी खतरों को विफल कर दिया।
S-400 ने दिखाई ताकत, हवा में ही गिराईं 8 मिसाइलें
रक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान द्वारा दागी गई 8 मिसाइलों को भारत के अत्याधुनिक S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही इंटरसेप्ट कर निष्क्रिय कर दिया। यह प्रणाली रूस से प्राप्त की गई भारत की सबसे उन्नत वायु रक्षा प्रणाली है और इसकी तैनाती ने सीमा पर भारत की रक्षा को अभेद बना दिया है।
भारतीय वायुसेना की जवाबी कार्रवाई में F-16 ढेर
नियंत्रण रेखा (LoC) के पास भारतीय वायुसेना ने एक इंटरसेप्शन ऑपरेशन में पाकिस्तान के F-16 फाइटर जेट को मार गिराया। यह कार्रवाई S-400 और अन्य एयर डिफेंस सिस्टम की संयुक्त तैनाती का नतीजा थी। जम्मू एयरपोर्ट से भारतीय फाइटर जेट्स ने उड़ान भरकर तत्काल प्रतिक्रिया दी।
जम्मू एयरपोर्ट, अखनूर और सांबा में हमले की कोशिश नाकाम
पाकिस्तान की ओर से जम्मू एयरपोर्ट की दिशा में दागी गई मिसाइल को भी भारतीय एयर डिफेंस ने नष्ट कर दिया। इसी तरह सांबा और अखनूर में ड्रोन अटैक की कोशिश की गई, जिसे नाकाम करते हुए भारतीय सेना ने सांबा में दो पाकिस्तानी ड्रोन मार गिराए।
जम्मू यूनिवर्सिटी के पास 3 ड्रोन तबाह
रक्षा सूत्रों ने बताया कि जम्मू यूनिवर्सिटी के पास तीन संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए जिन्हें तुरंत कार्रवाई करते हुए मार गिराया गया। ड्रोन गिरने की आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया। NIA और बम स्क्वॉड की टीमें मौके पर जांच कर रही हैं।
ऑपरेशन सिंदूर का बदला? पाकिस्तान की जवाबी साज़िश
सूत्रों का कहना है कि यह हमले हाल ही में भारत द्वारा किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के जवाब में पाकिस्तान की बौखलाहट का संकेत हो सकते हैं। ड्रोन में विस्फोटक या संवेदनशील उपकरण होने की आशंका जताई गई है।
सीमा क्षेत्रों में हाई अलर्ट, भारी गोलीबारी जारी
कुपवाड़ा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास भारी गोलीबारी की सूचना है। भारतीय सेना ने कड़ा जवाब देते हुए पाकिस्तानी पोस्ट को टारगेट किया है। जम्मू, सांबा और अखनूर क्षेत्रों में सेना और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।