सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर मचा सियासी घमासान
पटना,संवाददाता : पटना स्थित बापू सभागार में गुरुवार को बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। लेकिन समारोह में हुई एक घटना अब राजनीति के केंद्र में आ गई है। कार्यक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने कैबिनेट मंत्री जमां खान को टोपी पहनाते नजर आ रहे हैं, लेकिन खुद टोपी पहनने से इनकार करते दिखते हैं। इस दृश्य को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं और विपक्ष ने इस पर सवाल उठाए हैं।
राजद का तीखा हमला
वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है। पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, नीतीश कुमार पूरी तरह अचेत स्थिति में हैं। वे अब न टीका लगाते हैं, न टोपी पहनते हैं। पहले कहते थे कि टोपी भी पहनूंगा और टीका भी लगाऊंगा। अब ना मंदिर में टीका लगाते हैं, ना मुस्लिम समुदाय की टोपी पहनते हैं। यह उनका दोहरा चरित्र है। राजद नेता ने आगे कहा कि सीतामढ़ी में भी एक मंदिर में नीतीश कुमार ने टीका लगाने से इनकार कर दिया था।
मदरसा शिक्षकों का हंगामा
कार्यक्रम के समापन के बाद मदरसा शिक्षकों ने बापू सभागार परिसर में जमकर हंगामा किया। उनका आरोप था कि सरकार अल्पसंख्यकों के साथ धोखा कर रही है। कुछ शिक्षकों ने यहां तक कहा कि मुख्यमंत्री ने टोपी पहनने से इनकार कर मुस्लिम भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
सीएम नीतीश का बयान: “हमने बराबरी का हक दिया”
विवाद के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंच से अपने संबोधन में सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा: पहले की सरकारों में कोई काम नहीं होता था। हमारी सरकार ने कब्रिस्तान की घेराबंदी करवाई, मदरसा शिक्षकों को सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन देने की व्यवस्था की। पहली बार समान वेतन लागू किया गया है।
राजनीति गरमाई, विपक्ष हमलावर
वायरल वीडियो और उसके बाद हुए घटनाक्रम को लेकर बिहार की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट आ गई है। विपक्ष जहां सीएम की धर्मनिरपेक्षता पर सवाल उठा रहा है, वहीं जेडीयू खेमे से अब तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।