भारतीय कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी वैश्विक साझेदारियाँ
नई दिल्ली,संवाददाता : आलू के उत्पादन, शोध, निवेश और निर्यात को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (CIP), पेरू के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के तहत उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के सिंगना क्षेत्र में CIP का दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र स्थापित किया जाएगा।
समझौते पर हस्ताक्षर कार्यक्रम के दौरान उद्यान एवं कृषि विदेश व्यापार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए इसे “ऐतिहासिक पहल” बताया। उन्होंने कहा कि इससे उत्तर प्रदेश के आलू किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा, क्योंकि राज्य देश में आलू उत्पादन में प्रथम स्थान पर है।
राज्यमंत्री सिंह ने कहा कि इस केंद्र की स्थापना से खाद्य एवं पोषण सुरक्षा को बल, किसानों की आय में वृद्धि, रोजगार के नए अवसर, तथा फसल उत्पादकता और कटाई के बाद की प्रक्रियाओं में सुधार सुनिश्चित किया जा सकेगा। इसके अलावा, यह पहल आलू की खेती और उससे जुड़े अनुसंधान को नई दिशा देगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की वैश्विक साझेदारियाँ भारतीय कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।