आम आदमी पार्टी ने 2015 और 2020 में 67 और 62 सीटें जीतकर बनाए रखी अपनी बढ़त
दिल्ली,संवाददाता : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में इस बार तीन प्रमुख दलों आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ी चुनौती देखने को मिल रही है। इस चुनाव में 70 विधानसभा सीटों के लिए त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। चुनाव की तैयारी को लेकर आज चुनाव आयोग उच्च स्तरीय बैठक करेगा I आज चुनाव आयोग चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करेगा। बैठक में चुनाव से जुड़े सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।
बैठक में शामिल होंगे ये अधिकारी
इस बैठक में दिल्ली के सीईओ, आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त, संयुक्त आयुक्त, उपायुक्त, एमसीडी एसपीएनओ, अतिरिक्त सीपी, संयुक्त सीपी, दिल्ली पुलिस के डीसीपी, एनडीएमसी के अध्यक्ष, सचिव, दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड के सीईओ, सभी पर्यवेक्षक और रिटर्निंग अधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस के सभी संयुक्त आयुक्त और विशेष पुलिस आयुक्त भी बैठक में मौजूद रहेंगे I बैठक में सभी राज्य पुलिस नोडल अधिकारी (सीएपीएफ/प्रशिक्षण/सोशल मीडिया और साइबर अपराध/ईईएम/पोस्टल बैलट), एनडीएमसी सचिव, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तैनात सभी ईसीआई पर्यवेक्षक, दिल्ली नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त (चुनाव), दिल्ली एनसीटी के सभी जिला चुनाव अधिकारी/जिला मजिस्ट्रेट और राष्ट्रीय राजधानी के कई अन्य सरकारी अधिकारी भी उपस्थित होंगे।
मतदान पांच फरवरी को, परिणाम आठ फरवरी को
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होंगे, और दो दिन बाद 8 फरवरी को मतगणना की जाएगी। इस बार दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। पिछले दो चुनावों में कांग्रेस को भारी झटका लगा था और वह कोई भी सीट नहीं जीत पाई, जबकि आम आदमी पार्टी ने 2015 और 2020 में 67 और 62 सीटें जीतकर अपनी बढ़त बनाए रखी। वहीं, भाजपा को इन चुनावों में क्रमशः 3 और 8 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। दिल्ली के आगामी चुनावों में परिणाम बहुत दिलचस्प रहने वाले हैं, और इस बैठक से चुनाव की अंतिम तैयारियों को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी।