सिख धर्म के पवित्रतम स्थलों में शुमार हेमकुंड साहिब समुद्र तल से 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है
चमोली (उत्तराखंड),संवाददाता : हिमालय की गोद में बसा विश्व प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब एक बार फिर श्रद्धा, आस्था और साहस की मिसाल बन गया है। बर्फबारी और सर्द मौसम के बावजूद तीर्थयात्रियों का उत्साह थमने का नाम नहीं ले रहा। यात्रा के पहले आठ दिनों में बुधवार तक 30,000 से अधिक श्रद्धालु पवित्र गुरुद्वारे के दर्शन कर चुके हैं, जो एक नया कीर्तिमान है।
15,000 फीट की ऊँचाई पर बर्फ में भी डटे श्रद्धालु
सिख धर्म के पवित्रतम स्थलों में शुमार श्री हेमकुंड साहिब समुद्र तल से 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। पिछले चार दिनों से जारी रुक-रुक कर बर्फबारी और कड़ाके की ठंड के बावजूद तीर्थयात्रियों की श्रद्धा में कोई कमी नहीं आई। पवित्र सरोवर में स्नान और गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिए लोग कठिन चढ़ाई को भी सहजता से पार कर रहे हैं।
व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन और ट्रस्ट की सराहना
हेमकुंड साहिब प्रबंधन ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि इस वर्ष तीर्थयात्रियों में उत्साह अभूतपूर्व है। उन्होंने हाल ही में उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद वर्धन से भेंट कर यात्रा की प्रगति की जानकारी साझा की। गोविंदघाट में स्थायी पुल के निर्माण की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इसकी घोषणा की जा चुकी है। इसके साथ ही, घांघरिया में दो नए हॉल के निर्माण को मंजूरी दिए जाने पर उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार भी जताया।