दिल्ली में ठंड ने तोड़ा 101 साल का रिकॉर्ड
दिल्ली,संवाददाता : नए साल के जश्न से पहले मौसम में आए बदलाव ने देशभर में ‘खुशी और गम’ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। जबकि छुट्टियों में पहाड़ों पर पहुंचे पर्यटक बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं, वहीं भारी बर्फबारी और बारिश ने कई सैलानियों का मजा किरकिरा भी कर दिया है। कश्मीर में मौसम की पहली बड़ी बर्फबारी के कारण बड़ी परेशानियां उत्पन्न हो गईं। उड़ानें रद्द कर दी गईं, प्रमुख राजमार्ग अवरुद्ध हो गए और कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई, जिससे घाटी में जनजीवन ठप हो गया I कश्मीर के गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, घाटी के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु के करीब था। श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बर्फ जमने के कारण यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। इससे आवश्यक वस्तुओं से लदे ट्रक भी फंस गए और ट्रेनों की सेवाएं भी स्थगित कर दी गईं। दिल्ली में इस दिसंबर महीने में 101 साल का रिकॉर्ड टूट गया। शनिवार को सुबह 8:30 बजे तक 41.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में सुधार आया और यह ‘मध्यम’ हो गई। वहीं, मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में हल्की से मध्यम बारिश और आंधी का अनुमान जताया है।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण कई सड़कों और राजमार्गों पर बर्फ जम गई है, जिससे सफर जोखिम भरा हो गया है। शिमला जिले में 23 संपर्क सड़कें, 51 ट्रांसफॉर्मर और 26 पानी की स्कीमें बंद हो गई हैं। वहीं, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिले में भारी हिमपात से जनजीवन प्रभावित हो गया है। सेना ने गुलमर्ग के स्की रिसॉर्ट में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए अभियान चलाया है और स्थानीय लोगों तथा पर्यटकों को सलाह दी है कि वे अपने वाहनों को एंटी-स्किड स्नो चेन से लैस करें। इसके अलावा, शिमला जिले में बर्फ हटाने के लिए प्रशासन ने मशीनरी को तैनात किया है, लेकिन मौसम की स्थिति ने काम में रुकावट डाली है। मनाली के ऊपरी इलाकों में भी लगातार बर्फबारी हो रही है, जिससे सोलंग नाला के पास करीब 200 वाहन फंसे हुए हैं। प्रशासन ने अटल टनल को बंद कर दिया है और वाहनों को नेहरू कुंड तक ही जाने की अनुमति दी है। अब तक भारी बर्फबारी और बारिश ने पर्वतीय क्षेत्रों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, लेकिन प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा हालात पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं।