सात बजे से श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दी जाएगी महर्षि वाल्मीकि
अशोकनगर, मध्य प्रदेश : रंगपंचमी के मौके पर करीला धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है, और इस अवसर पर आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। सोमवार से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो चुका था, लेकिन मंगलवार को सुबह चार बजे से भीड़ और बढ़ गई। माँ जानकी मंदिर करीला ट्रस्ट के अनुसार, मंगलवार रात 8 बजे तक करीब चार लाख श्रद्धालु करीला पहुंच चुके थे। आज, रंगपंचमी के दिन मेले में सबसे अधिक भीड़ रहने की संभावना है।
मेले के दौरान सुबह सात बजे से महर्षि वाल्मीकि की गुफा श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दी जाएगी। इसके साथ ही, रातभर भक्ति और उल्लास से भरे राई नृत्य का आयोजन भी होगा। पूरा मेला क्षेत्र ढोलक, नगाड़े और नृत्यांगनाओं के घुंघरुओं की गूंज से भक्तिमय वातावरण में डूबा रहेगा। इस बार प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और भी सख्त किया है। पूरे मेला क्षेत्र और मंदिर परिसर में 250 सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। मेला क्षेत्र में 2,000 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं, जिनमें 3 एएसपी, 25 डीएसपी और लगभग 100 टीआई शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, वीआईपी मूवमेंट के लिए 150 पुलिसकर्मियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई है, और प्रत्येक महत्वपूर्ण स्थान पर एक डीएसपी की तैनाती की गई है।
करीला मेला में बुधवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आगमन की पुष्टि हो चुकी है। उनके साथ प्रदेश के कई मंत्री, विधायक और अन्य गणमान्य लोग भी मेले में शामिल होंगे। मुंगावली विधायक बृजेंद्र सिंह यादव, चंदेरी विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, पूर्व सांसद केपी यादव और जिला पंचायत अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह यादव भी मेले में मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, प्रभारी मंत्री के आगमन की संभावना भी जताई जा रही है। मंगलवार को कलेक्टर और एसपी ने मेला क्षेत्र का दौरा किया और रात तक व्यवस्थाओं का जायजा लिया, ताकि मेले में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो।