राज्य में विकास को गति देने के लिए लागू की गई प्रभावी गवर्नेंस
भोपाल,संवाददाता : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत हो चुकी है। इस समिट की 8वीं कड़ी का थीम ‘अनंत संभावनाएं’ रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका भव्य शुभारंभ किया और समिट के दौरान राज्य के निवेशक समुदाय को मध्यप्रदेश में निवेश की अपार संभावनाओं के बारे में आश्वस्त किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में मध्यप्रदेश के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें कहीं, जो राज्य के लिए एक नई दिशा और संभावनाओं की ओर इशारा करती हैं। यहां पीएम मोदी द्वारा की गई दस बड़ी घोषणाएं:
- मध्यप्रदेश ने बदलाव का नया दौर देखा – राज्य में तेजी से विकास हो रहा है।
- मध्यप्रदेश निवेश के लिए टॉप राज्यों में – राज्य निवेशकों के लिए आकर्षक डेस्टिनेशन बन चुका है।
- एमपी कृषि क्षेत्र में टॉप पर – कृषि क्षेत्र में मध्यप्रदेश की स्थिति मजबूत है।
- बीजेपी सरकार ने गवर्नेंस पर फोकस किया – राज्य में विकास को गति देने के लिए प्रभावी गवर्नेंस लागू की गई।
- भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की तस्वीरें दिल को छूने वाली हैं।
- एमपी निर्माण क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है – निर्माण कार्यों में राज्य लगातार उन्नति कर रहा है।
- रीवा सोलर पार्क – यह देश के सबसे बड़े सोलर पार्कों में से एक है।
- अदाणी ग्रुप का 2.10 लाख करोड़ निवेश – अदाणी ग्रुप ने मध्यप्रदेश में बड़े निवेश की घोषणा की है।
- मध्यप्रदेश ईवी क्रांति का लीडिंग स्टेट – राज्य इलेक्ट्रिक व्हीकल क्रांति में प्रमुख भूमिका निभा रहा है।
- मध्यप्रदेश मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए शानदार डेस्टिनेशन – मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में मध्यप्रदेश एक आकर्षक केंद्र बन चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मध्यप्रदेश में निवेश के लिए यह सही समय है”, और राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश की जल सुरक्षा और रिवर इंटरलिंकिंग की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का भी जिक्र किया, जिसमें केन बेतवा लिंक परियोजना शामिल है, जो 10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा प्रदान करेगा। टेक्सटाइल, पर्यटन, और तकनीकी क्षेत्र को भविष्य में महत्वपूर्ण माना गया, जिनमें राज्य के लिए कई नए अवसर उपलब्ध होंगे। मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश भारत की कॉटन कैपिटल है और यहां पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क जैसे कई प्रोजेक्ट्स शुरू किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आयुष वीजा और पारंपरिक उपचार को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे पर्यटन में भी राज्य को नई दिशा मिलेगी। प्रधानमंत्री ने निवेशकों से आग्रह किया कि वे “मध्यप्रदेश में निवेश करें और उज्जैन में महाकाल लोक जरूर देखें।”