बम धमाके की पीड़ा के बाद होगी नई जिन्दगी शुरुआत
जयपुर,संवाददाता : अथाह दर्द, संघर्ष और पीड़ा के बाद राजस्थान के नाड़ी का फाटक निवासी मुस्कान तंवर के लिए 2025 ने एक नई उम्मीद और खुशियों का तोहफा दिया है। 2008 में जयपुर में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में अपने पिता को खोने वाली मुस्कान की शादी अब 16 जनवरी को आमेर, कुंडा में होने जा रही है। राजस्थान प्रदेश पंजाबी महासभा, सर्वमंगल सेवा समिति और आर्य समाज, आदर्श नगर द्वारा आयोजित इस शादी का पूरा जयपुर गवाह बनेगा। इस खास आयोजन में सर्वसमाज के लोग भी शामिल होंगे। शादी के लिए गुरुवार को मोती डूंगरी स्थित गणेश मंदिर में भगवान गणेश को निमंत्रण भेजा गया। मुस्कान ने बताया कि 13 मई 2008 को हुए बम धमाकों में उनके पिता घनश्याम सिंह तंवर की जान चली गई। इस दर्दनाक घटना ने उनका जीवन पूरी तरह से बदल दिया था। इसके बाद उन्होंने स्वयं और परिवार को संभालने की पूरी कोशिश की। अब घर में शहनाई की आवाज़ और खुशियों का माहौल है।
सर्वमंगल सेवा समिति के अध्यक्ष रवि नैयर ने बताया कि बम धमाकों के पीड़ित परिवारों की गोद ली गई दस में से नौ बेटियों का विवाह अब तक हो चुका है। अब मुस्कान की शादी की तैयारी जोरों पर है। शादी के कार्ड छप चुके हैं और विवाह की खरीदारी में परिवारजन जुटे हैं। मुस्कान के साथ पहला शादी का कार्ड प्रथम पूज्य भगवान गणेश को अर्पित किया गया। मुस्कान ने बताया कि उनके पिता एक साड़ी स्टोर पर काम करते थे और धमाके के दिन वह हनुमान मंदिर में प्रसाद चढ़ाने गए थे, तभी बम धमाका हुआ। मुस्कान सबसे बड़ी संतान हैं और उन्होंने अपनी मेहनत से अपने भाई-बहनों को बेहतर शिक्षा दिलाई। समिति के महामंत्री संजीव नारंग ने कहा कि अब तक राजपूत, सिंधी और मुस्लिम परिवारों की बेटियों की शादी की जा चुकी है और सभी परिवारों के बीच एक मजबूत और सौहार्दपूर्ण रिश्ता बना है। यह शादी सिर्फ मुस्कान के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रतीक है कि संघर्ष के बावजूद खुशियां वापस लौट सकती हैं।