भारत ने आईएमएफ मीटिंग में पाकिस्तान को लोन न देने के पक्ष में दीं दलीलें
नई दिल्ली,संवाददाता : भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुँच चुका है। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर आतंकियों को करारा जवाब दिया है। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच हालात युद्ध जैसे बन गए हैं। पाकिस्तान लगातार एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर सीजफायर का उल्लंघन करते हुए भारत के कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहा है, जिनका भारतीय सुरक्षा तंत्र मुंहतोड़ जवाब दे रहा है।
पाक के तीन एयरबेस पर भी हवाई हमले
भारतीय वायुसेना ने बीती रात पाकिस्तान के तीन प्रमुख एयरबेस पर हवाई हमले किए, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान की खबरें सामने आई हैं। पाकिस्तान की ओर से जहां नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है, वहीं भारत सिर्फ आतंकी ठिकानों और सैन्य संसाधनों को ही टारगेट कर रहा है।
आईएमएफ ने भारत के विरोध के बावजूद पाकिस्तान को दिया लोन

इस बीच, भारत को उस समय गहरा झटका लगा जब आईएमएफ (इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड) ने पाकिस्तान को 1 बिलियन डॉलर (लगभग ₹8,500 करोड़) के लोन की मंजूरी दे दी। भारत ने IMF मीटिंग में पाकिस्तान को लोन न देने के पक्ष में दलीलें दीं, यह कहते हुए कि पाकिस्तान इस धनराशि का दुरुपयोग कर आतंकवाद को बढ़ावा देगा। हालांकिआईएमएफ की वोटिंग प्रक्रिया में ‘ना’ का विकल्प नहीं होता, इसलिए भारत वोटिंग से बाहर रहा।
प्राकृतिक आपदाओं के नाम पर भी मिली बड़ी रकम

आईएमएफ ने पाकिस्तान को Resilience and Sustainability Facility (RSF) के तहत 1.4 बिलियन डॉलर (लगभग ₹11,000 करोड़) अतिरिक्त फंडिंग भी दी है, जो कथित तौर पर प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए है।
सोशल मीडिया पर आईएमएफ के खिलाफ आक्रोश
IMF के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर #IMFSupportsTerrorism, #ShameOnIMF, #IMFSupportsTerrorists जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। लोग आईएमएफ को “International Mujahideen Fund” तक कह रहे हैं। भारत में इस फैसले का तीखा विरोध हो रहा है।
भीख में मिली मदद से पाकिस्तान को नहीं मिलेगा स्थायी लाभ
विशेषज्ञों का मानना है कि यह फंडिंग पाकिस्तान को केवल अस्थायी राहत देगी। उसकी अर्थव्यवस्था जर्जर हालत में है, महंगाई चरम पर है, और जनता त्रस्त है। इसके साथ-साथ बढ़ता आंतरिक आतंकवाद खुद पाकिस्तान के लिए भी बड़ा खतरा बन चुका है। ऐसे में IMF की मदद भी पाकिस्तान की जमीनी सच्चाई नहीं बदल सकती।
भारत ने जताई चिंता: लोन से बढ़ेगा आतंकवाद
भारत का साफ कहना है कि पाकिस्तान इस अंतरराष्ट्रीय सहायता का इस्तेमाल भारत के खिलाफ युद्ध और आतंकवाद को समर्थन देने में करेगा, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा है। ऐसे में आईएमएफ का यह कदम न केवल भारत की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लगाता है बल्कि वैश्विक आतंकी वित्तपोषण के खिलाफ लड़ाई को भी कमजोर करता है।