वित्तीय वर्ष 2022-23 में दिया गया कुल स्वैच्छिक योगदान 912 करोड़ रुपए
दिल्ली, संवाददाता : प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपातकालीन राहत (पीएम केयर्स) फंड में वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 912 करोड़ रुपए का स्वैच्छिक योगदान प्राप्त हुआ, जो पिछले वर्षों की तुलना में काफी कम है। इस साल फंड में 439 करोड़ रुपए खर्च किए गए, जिसमें से अधिकांश राशि बच्चों के लिए जारी योजनाओं और चिकित्सा उपकरणों की खरीद में उपयोग की गई। यह जानकारी पीएम केयर्स फंड की वेबसाइट पर प्रकाशित आंकड़ों में दी गई। वर्ष 2020-21 में कोविड-19 महामारी के दौरान पीएम केयर्स फंड में सर्वाधिक 7,184 करोड़ रुपए का योगदान प्राप्त हुआ, जिसमें से 495 करोड़ रुपए विदेशी योगदान थे। 2021-22 में यह योगदान घटकर 1,938 करोड़ रुपए हो गया, जिसमें विदेशी योगदान मात्र 40 करोड़ रुपए था। 2022-23 में यह योगदान और कम होकर 912 करोड़ रुपए पर आ गया, जिसमें विदेशी योगदान 2.57 करोड़ रुपए था।
2022-23 में पीएम केयर्स फंड से 439 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इसमें से 346 करोड़ रुपए “पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन” योजना के तहत बच्चों के कल्याण पर खर्च किए गए। इसके अलावा, 92 करोड़ रुपए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद में और कुछ राशि सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर की खरीद पर खर्च की गई। 2021-22 में इस फंड का एक बड़ा हिस्सा, यानी 1,703 करोड़ रुपए ऑक्सीजन प्लांट्स और 835 करोड़ रुपए वेंटिलेटर की खरीद पर खर्च किया गया था। 2020-21 में कोविड-19 के संकट के कारण फंड में योगदान उच्चतम स्तर पर था, लेकिन 2021-22 के बाद महामारी की स्थिति में कमी आई और इसके साथ ही फंड में योगदान में भी गिरावट आई। 2022-23 में भी फंड में गिरावट जारी रही, जबकि 2021-22 में योगदान 1,938 करोड़ रुपए था। 2022-23 के अंत तक फंड में 6,283 करोड़ रुपए शेष थे।