केस वापसी को लेकर पत्नी ने मांगे तीन करोड़ तो पति ने कर ली आत्महत्या : राजफास
बेंगलुरु,संवाददाता : बेंगलुरु में अपनी पत्नी और उसके परिवार वालों से प्रताड़ित इंजीनियर अतुल सुभाष से मुकदमा वापस लेने के लिए तीन करोड़ और इकलौते पुत्र से मिलने के लिए 30 लाख रुपए की मांग उसकी पत्नी निकिता की तरफ से की गई थी। यही वजह और मुकदमों से परेशान होकर इंजीनियर अतुल सुभाष ने बेंगलुरु में आत्महत्या कर ली थी। अतुल ने वीडियो में बताया कि उनकी पत्नी निकिता ने यूपी के जौनपुर में उनके खिलाफ कई झूठे केस दर्ज करवाए हैं। सूत्रों के अनुसार, मृत इंजीनियर के भाई विकास ने पुलिस निरीक्षक मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन बेंगलुरु को प्रार्थना पत्र दिया है कि नौ दिसंबर सुबह 2:45 बजे घटना के बारे में पता चला, जब मिस्टर जैक्सन का फोन आया। उन्होंने मुझसे पूछा क्या वह अपने भाई से बात किए हैं और क्या उन्हें पता है कि उसने आत्महत्या कर ली। तब वादी पूरी तरह सदमे में था। उन्होंने जैक्सन को बताया कि शाम को अपने भाई से बात किया था। वह बिल्कुल ठीक था और सही मानसिक स्थिति में था और ऐसी कोई जानकारी नहीं थी। कॉल डिस्कनेक्ट करने के बाद जब वादी ने अपना मोबाइल चेक किया तो भाई के मोबाइल से उसे अलविदा कहने वाले कई संदेश दिखे। उसके बाद उसके निर्देश और गूगल लोकेशन चेक किया। बाद में भाई द्वारा बनाया गया वीडियो दिखा तो हैरान और स्तब्ध रह गया।
मृतक के भाई ने बताया कि उसके भाई अतुल और निकिता की 2019 में शादी हुई। भाई से पैसे ऐंठने की आड़ में निकिता पत्नी, निशा सास, अनुराग साला व सुशील चचेरा ससुर पूरे परिवार को झूठे मुकदमे में फंसाए और अत्यधिक मानसिक और शारीरिक तनाव दिया। निकिता और उसके परिवार के सदस्यों ने हमारे भाई के खिलाफ कई झूठे मामले दर्ज कराए और उन मामलों को बंद करने के लिए आरोपी तीन करोड़ रुपए की मांग कर रहे थे। मेरे भाई को अपने बच्चों को देखने और उससे मिलने के लिए 30 लाख रुपए की अतिरिक्त मांग की जा रही थी।जौनपुर में अदालत की सुनवाई के दौरान भाई अतुल के बयानों का मजाक उड़ाकर उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाया गया और कहा गया या तो अतुल को उन्हें तीन करोड रुपए देना चाहिए या आत्महत्या कर लेना चाहिए। आत्महत्या करने से पहले ऐसा कदम उठाने के अपने कारणों का खुलासा किया कि उसे चारों लोगों द्वारा मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ति किया जा रहा था और जबरन वसूली की जा रही थी। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया। आरोपियों के घर नोटिस चस्पा किया नोटिस के साथ एफआईआर की कॉपी भी चस्पा की गई।