आयोग ने जन सन्देश देते हुए कहा कि जनता की सतर्कता लोकतंत्र को मजबूत बनाती है
नयी दिल्ली,संवाददाता : विधानसभा चुनाव में इस बार धन बल का ज्यादा जोर है। ताकि मतदाताओं को पक्ष में मतदान के लिए प्रलोभन दिया जा सके। इसके मद्देनजर चुनाव आयोग ने भी निष्पक्ष चुनाव के लिए जब्ती की कार्रवाई तेज कर दी है। यही वजह है कि इस बार प्रवर्तन एजेंसियों ने विधानसभा चुनाव में नकदी, शराब, नशीले पदार्थ, अभूषण, मुफ्त उपहार की रिकार्ड जब्त की है। इस वजह से वर्ष प्रवर्तन एजेंसियों ने इस बार अब तक 38.64 करोड़ नकदी सहित 218 करोड़ से अधिक राशि के सामान जब्त किए हैं, जो वर्ष 2020 के पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में करीब साढ़े तीन गुना अधिक है। दिल्ली में चुनाव आयोग के एक विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के अनुपालन के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए इंद्रपुरी इलाके में एक वाहन को पकड़ कर उसमें कपड़ों (सूट) का स्टॉक जब्त किया है जो संभवतः मतदाताओं को बांटकर चुनाव को प्रभावित करने के लिए ले जाया जा रहा था। यह जानकारी मंगलवार को आयोग ने एक बयान में दी। आयोग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि यह कार्यवाही पुलिस की सूचना पर की गई। पकड़े गए माल का ब्यौरा नहीं दिया गया है। पुलिस ने एक वाहन में संदिग्ध सूट (कपड़े) ले जाने की घटना की सूचना दी थी। उस पर कदम उठाते हुए एफएसटी की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। वाहन को पीएस इंद्रपुरी ले जाया गया और मानदंडों के अनुसार सूट (कपड़े) जब्त किए जाने की कार्यवाही शुरू की गई। आयोग ने कहा है कि इस मामले में जनप्रतिनिधित्व (आरपी) अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत एक औपचारिक शिकायत भी दर्ज की गई है। आयोग ने कहा है कि आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए चुनाव मशीनरी सतर्क रहती है। नागरिक सीविजिल ऐप का उपयोग करके वास्तविक समय में एमसीसी उल्लंघन की रिपोर्ट भी कर सकते हैं। आयोग ने कहा है कि जनता की सतर्कता लोकतंत्र को मजबूत बनाती है।