ब्रीच कैंडी अस्पताल में ली अंतिम सांस, कई दिनों से चल रहा था इलाज
मुंबई,संवाददाता : बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और ‘ही-मैन’ के नाम से मशहूर धर्मेंद्र का आज निधन हो गया। वे पिछले कई दिनों से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। 10 नवंबर 2025 को अचानक हालत बिगड़ने पर उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। उनकी गंभीर स्थिति की खबर ने परिवार, प्रशंसकों और पूरे फिल्म उद्योग को सदमे में डाल दिया।
करण जौहर ने दी भावुक श्रद्धांजलि — “एक युग का अंत”
फिल्ममेकर करण जौहर ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा— “यह एक युग का अंत है। वह एक मेगा स्टार थे। भारतीय सिनेमा के असली लेजेंड… और हमेशा रहेंगे। वे इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज रहेंगे।” उनकी स्थिति बिगड़ने की खबर फैलते ही बॉलीवुड में सन्नाटा छा गया। शाहरुख खान, सलमान खान, गोविंदा और इंडस्ट्री के अन्य सितारे उनके घर पहुँचकर परिवार का हालचाल जानने पहुंचे।

परिवार जन्मदिन की तैयारी में था, किस्मत ने मोड़ दे दिया
धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को हुआ था। आने वाला 8 दिसंबर 2025 उनका 90वां जन्मदिन होता, जिसके लिए परिवार उत्साह से तैयारी कर रहा था, लेकिन अचानक आए इस स्वास्थ्य संकट ने सभी योजनाएँ बदल दीं। फैंस लगातार उनके स्वास्थ्य लाभ की दुआ कर रहे थे। 10 नवंबर की शाम हेमा मालिनी ने उनकी मुस्कुराती तस्वीर शेयर करते हुए लिखा था— “धरम जी की चिंता करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद। वे डॉक्टरों की निगरानी में हैं। कृपया उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करें।”
300 से अधिक फिल्मों का अद्भुत सफर — सिनेमा का चमकता सितारा
धर्मेंद्र भारतीय सिनेमा के सबसे सम्मानित और प्यारे अभिनेताओं में से एक रहे। छह दशकों से अधिक का फिल्मी करियर, 300 से अधिक फिल्में, अनगिनत यादगार भूमिकाएँ उनकी सुपरहिट फिल्मों में शामिल हैं— ‘शोले’, ‘चुपके चुपके’, ‘सीता और गीता’, ‘धरम वीर’ उनका अमर डायलॉग “बसंती, इन कुत्तों के आगे मत नाचना” आज भी लोगों की ज़ुबान पर है। बढ़ती उम्र के बावजूद धर्मेंद्र सक्रिय रहे। वे हाल ही में ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ और ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में नज़र आए थे। उनकी अंतिम फिल्म ‘इक्कीस’ अगस्त्य नंदा के साथ 25 दिसंबर को रिलीज़ होने वाली थी।
सिनेमा का ‘ही-मैन’ अब यादों में
धर्मेंद्र का जाना बॉलीवुड के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी मुस्कान, सादगी, अभिनय और आभा उन्हें हमेशा दर्शकों के दिलों में जीवित रखेगी। भारतीय सिनेमा ने आज अपना एक अनमोल सितारा खो दिया।
























