ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाने के लिए निर्धारित किया गया है दस करोड़ रुपये का बजट
आगरा,संवाददाता : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने बजट 2025-26 में एक्सप्रेसवे नेटवर्क को और अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाने की घोषणा की है। सरकार ने न केवल नए एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बनाई है, बल्कि पुराने एक्सप्रेसवे को भी बेहतर बनाने का निर्णय लिया है।
सबसे महत्वपूर्ण योजना आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को नया रूप देने की है। यूपी सरकार ने इस एक्सप्रेसवे की जर्जर स्थिति और ट्रैफिक को देखते हुए इसे चुस्त-दुरुस्त करने की योजना बनाई है। इसके तहत एक्सप्रेसवे पर चिंहित छोटी-छोटी खामियों को ठीक किया जाएगा और नई सड़कें भी बनाई जाएंगी। साथ ही, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाने के लिए दस करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
इसके अलावा, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर ई-हब बनाने की भी योजना है। इन ई-हब्स में होटल, फूड कोर्ट, थीम पार्क, रिजॉर्ट, वेयरहाउस, बैंक्वेट हॉल, ऑटोमोबाइल शोरूम और ट्रक यूजर जोन जैसी सुविधाएं होंगी, जो यात्रियों के लिए सुविधा जनक होंगी। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर इन ई-हब्स के निर्माण पर 144 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 72 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
यूपी सरकार ने जेवर एयरपोर्ट से गंगा एक्सप्रेसवे वाया बुलंदशहर संपर्क एक्सप्रेसवे के लिए 1000 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। यह एक प्रवेश नियंत्रित ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा, जिसे अप्रैल तक पूरा किया जाने की संभावना है। इस एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके माध्यम से जेवर को सीधे प्रयागराज और वाराणसी से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रा को और अधिक सुगम और तेज बनाया जाएगा। योगी सरकार की इस योजना से उत्तर प्रदेश के एक्सप्रेसवे नेटवर्क को एक नई दिशा मिलेगी, जिससे राज्य में यातायात की स्थिति बेहतर होगी और यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।