इस मिशन का उद्देश्य देश की आधी आबादी को स्वावलंबी बनाना है
गोरखपुर,संवाददाता : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को दोपहर बाद दो बजे अपने दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचेंगे। इस दौरान, मुख्यमंत्री राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। यह कार्यक्रम योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित होगा, जहां मुख्यमंत्री स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं से संवाद करेंगे। यह कार्यक्रम गोरखपुर मंडल के चारों जिलों की महिलाओं को एक मंच पर लाएगा। केंद्र और प्रदेश सरकार, महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए विशेष ध्यान दे रही है। यह मिशन ग्रामीण महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। गोरखपुर जिले में अब तक 18794 महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है, जो 294364 परिवारों तक पहुंच चुका है। एनआरएलएम के तहत महिलाओं ने चूल्हे-चौके से बाहर निकलकर आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। अब वे अपने परिवारों में आय अर्जन करने वाले प्रमुख सदस्य के रूप में काम कर रही हैं। महिलाएं अब सब्जी उत्पादन, नमकीन उत्पादन, मशरूम उत्पादन, कृत्रिम आभूषण निर्माण, बैग, ड्रेस, फाइल फोल्डर बनाने और पुष्टाहार उत्पादन जैसे कार्यों में शामिल हो रही हैं। इसके जरिए वे आय अर्जित कर अपने जीवन को बेहतर बना रही हैं।
गोरखपुर जिले की प्रगति:
मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना ने बताया कि गोरखपुर जिले में एनआरएलएम के तहत समूह गठन का लक्ष्य पूरा हो चुका है। इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में 545 नए समूहों का गठन हुआ है, जिनकी देखरेख 1320 समूह सखियों के द्वारा की जा रही है। जिले में 17325 समूहों को रिवॉल्विंग फंड प्रदान किया गया है, जिनमें से 15652 समूहों को 15,000 रुपए की दर से कुल 23 करोड़ 47 लाख 80 हजार रुपए की धनराशि दी गई है। योगी सरकार ने इस मिशन को तेजी से आगे बढ़ाया है, और इसका उद्देश्य देश की आधी आबादी को स्वावलंबी बनाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कदम से गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में महिलाओं का जीवन बेहतर और आत्मनिर्भर बन रहा है।