संघ ने पैरवी की तो ये चेहरे अन्य दावेदारों पर पड़ सकते हैं भारी
दिल्ली,संवाददाता : दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत के बाद, भाजपा में मुख्यमंत्री के पद को लेकर अंदरखाने मंथन तेज हो गया है। पुराने चेहरों के साथ अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पृष्ठभूमि वाले दो प्रमुख चेहरे भी इस रेस में शामिल हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, अगर जातीय, सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण साधने की जरूरत नहीं पड़ी और संघ ने पैरवी की तो ये चेहरे अन्य दावेदारों पर भारी पड़ सकते हैं।
ये चेहरे रेस में आगे
- पवन शर्मा – उत्तमनगर से जीते पवन शर्मा संघ के प्रचारक रहे हैं और दिल्ली प्रदेश के संगठन महामंत्री भी रह चुके हैं।
- राजकुमार भाटिया – आदर्श नगर सीट से जीते भाटिया एबीवीपी में कार्य कर चुके हैं और पंजाबी मूल के चेहरे हैं।
- जितेंद्र महाजन – रोहतासनगर से जीते महाजन पंजाबी मूल और वैश्य दोनों समीकरण साधते हैं, हालांकि उनकी पहचान संघ परिवार से इतर रही है।
सीएम का फैसला मोदी के लौटने के बाद
सीएम का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद ही होने की संभावना है। मोदी 14 फरवरी को लौटेंगे, उसके बाद भाजपा में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जा सकता है।
भव्य शपथ समारोह की तैयारी
70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 48 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी (आप) को 22 सीटों पर सीमित कर दिया है। भाजपा सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी के लौटने के बाद एक भव्य शपथ समारोह आयोजित किया जा सकता है। 27 साल बाद दिल्ली में वापसी के उपलक्ष्य में इस समारोह में एनडीए शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किए जाने की संभावना है।