बागियों को लेकर दोनों दलों ने उठाए हैं सख्त कदम
उत्तराखंड,संवाददाता : उत्तराखंड के निकाय चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ खड़े बागियों पर भाजपा और कांग्रेस ने बड़ी कार्रवाई की है। दोनों दलों के लिए बागी अब परेशानी का सबब बन गए थे, और इन बागियों को लेकर दोनों दलों ने सख्त कदम उठाए हैं। भाजपा ने चुनाव में बागी बने 94 नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इनमें कई पार्षद, मेयर और सभासद के बागी प्रत्याशी शामिल हैं। भाजपा ने देहरादून, पौड़ी, श्रीनगर, ऊखीमठ, अगस्तयमुनि, कर्णप्रयाग, टिहरी, चंबा, मुनिकीरेती, उत्तरकाशी, नौगांव और बड़कोट सहित कई जिलों में बागियों पर यह कार्रवाई की। इनमें से प्रमुख बागियों में पौड़ी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केसर सिंह नेगी, उनकी पत्नी हिमानी नेगी, पौड़ी के जिला उपाध्यक्ष लखपत भंडारी, श्रीनगर की मेयर पद की बागी प्रत्याशी आरती भंडारी, उत्तरकाशी के पूर्व पालिकाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौहान समेत कई अन्य नेता शामिल हैं।
कांग्रेस ने भी 16 बागियों को किया पार्टी से बाहर
कांग्रेस ने भी बागियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 16 नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इनमें रुड़की के पूर्व मेयर यशपाल राणा, रुद्रप्रयाग के संतोष रावत, ऊखीमठ की कुब्जा धर्मवाण, बागेश्वर के कवि जोशी, कोटद्वार के महेन्द्र पाल सिंह रावत, ऋषिकेश के बागी उम्मीदवार दिनेशचन्द मास्टर और महेन्द्र सिंह समेत अन्य कई नेता शामिल हैं। दोनों दलों ने बागियों को मनाने की भरपूर कोशिशें की थीं, लेकिन बागी चुनाव मैदान में डटे रहे। अब सख्त कदम उठाने के बाद, दोनों दलों ने अपनी पार्टी की साख को बचाने की कोशिश की है।