मिसाइल सिस्टम’ एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल्स की बिक्री को मंजूरी
न्यूयॉर्क, वाशिंगटन : अमेरिकी रक्षा सहयोग एजेंसी ने संसद को भेजी गई अपनी अधिसूचना में बताया है कि उसने भारत को रक्षा सामग्री बिक्री के लिए आवश्यक प्रमाणीकरण प्रदान कर दिया है। एजेंसी के अनुसार यह प्रस्तावित बिक्री अमेरिका-भारत सामरिक संबंधों को मजबूत करने और भारत की सुरक्षा क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
एजेंसी ने कहा, “यह बिक्री अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों का समर्थन करती है, क्योंकि इससे एक प्रमुख रक्षा साझेदार भारत की सुरक्षा मजबूत होगी, जो हिंद-प्रशांत और दक्षिण एशिया में स्थिरता, शांति और आर्थिक प्रगति का महत्वपूर्ण स्तंभ है।”
अधिसूचना के अनुसार भारत सरकार ने 216 एम982ए1 एक्सकैलिबर सामरिक प्रक्षेपास्त्रों की खरीद का अनुरोध किया है। इसके साथ ही ‘इम्प्रूव्ड प्लेटफॉर्म इंटीग्रेशन किट’आईपीआईके , ‘पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक फायर कंट्रोल सिस्टम’ (पीईएफसीएस), तकनीकी सहायता, तकनीकी डेटा, मरम्मत एवं वापसी सेवाओं सहित कई गैर-मुख्य रक्षा उपकरण गैर-एमडीई भी पैकेज में शामिल किए जाएंगे। एजेंसी ने बताया कि एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल की बिक्री भारत की सटीक प्रहार क्षमता को मजबूत करेगी। “इससे भारत की ब्रिगेड स्तर की मारक क्षमता बढ़ेगी और वर्तमान एवं भविष्य के खतरों से निपटने में मदद मिलेगी,” एजेंसी ने कहा।
अधिसूचना में यह भी उल्लेख किया गया कि भारत के लिए इन उपकरणों और सेवाओं को अपने सशस्त्र बलों में शामिल करना आसान होगा और इससे क्षेत्रीय सैन्य संतुलन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल के लिए मुख्य ठेकेदार वर्जीनिया के अर्लिंग्टन स्थित ‘आरटीएक्स कॉर्पोरेशन को चुना गया है। वहीं जैवलिन मिसाइल सिस्टम के लिए मुख्य ठेकेदारआरटीएक्स कॉर्पोरेशन/लॉकहीड मार्टिन जैवलिन ज्वाइंट वेंचर होगा।
























