अमेरिकी सेना ने फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर पांच से छह B2 बॉम्बर गिराए
दिल्ली,संवाददाता : अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया है। फोर्डो, नतांज और इस्फहान परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी जानकारी दी है। ट्रंप ने हमले के बाद कहा कि अमेरिकी सेना ने फोर्डो पर बमों की एक पूरी खेप गिरा दी है। हमले के बाद सभी विमान सुरक्षित अपने बेस पर लौट आए हैं। हमारे महान अमेरिकी सेना को बधाई। दुनिया में कोई और सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी। अब शांति का समय है। ट्रंप कुछ देश में अमेरिका को संबोधित करेंगे।
फोर्डो में B2 बॉम्बर गिराए
अमेरिकी न्यूज चैनल फॉक्स न्यूज के अनुसार, अमेरिकी सेना ने फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर 5 से 6 B2 बॉम्बर गिराए। इस्फहान और नतांज में 30 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें गिराई। CNN ने कहा कि हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की है।
हूतियों ने कर दिया ऐलान
अमेरिकी हमले के बाद हूतियों ने अमेरिका के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। हूती विद्रोही नेता मोहम्मद अल फराह ने कहा कि अमेरिकी बमबारी जंग का अंत नहीं बल्कि शुरुआत है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब हिट एंड रन का वक्त जा चुका है।
हम हमले रोकने में नाकाम रहे
ईरान की मेहर न्यूज के मुताबिक, ईरानी सेना ने अमेरिकी हमलों को रोकने की कोशिश की, लेकिन इसके बावजूद वे हमला रोकने में नाकामयाब रहे। उन्होंने कहा कि फोर्डो न्यूक्लियर साइट के एक हिस्से पर हमला हुआ। ईरानी मीडिया ने कहा कि ईरान ने हमले से कुछ समय पहले ही तीनों न्यूक्लियर साइट खाली कर दिए थे।
फोर्डो को क्यूं बनाया निशाना
फोर्डो न्यूक्लियर एनरिचमेंच प्लांट ईरान की एक पहाड़ी में 295 फीट यानी लगभग 90 मीटर गहराई में मौजूद है। इसकी बनावट और रणनीतिक लोकेशन ऐसी है कि कोई भी देश इसे हवाई हमले से आसानी से बर्बाद नहीं कर सकता था। फोर्डो के अड्डे तक पहुंचने के लिए पांच सुरंगों को काटकर गहराई में बंकरनुमा सुविधाएं बनाई गई हैं।