देशभर में शोक और आक्रोश, सुरक्षाबलों का बड़ा ऑपरेशन जारी

श्रीनगर,संवाददाता : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार रात हुए भीषण आतंकी हमले में दो विदेशी पर्यटकों सहित 28 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। घायलों का इलाज स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के हिट स्क्वॉड ‘द रजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है।
हमले के तुरंत बाद भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल लिया है और मंगलवार से ही पूरे इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन जारी है। इस बीच, बारामूला जिले के उरी नाला क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए, जबकि ऑपरेशन अभी भी चल रहा है। सेना के मुताबिक, आतंकी सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं।
स्कूल-कॉलेज बंद, सार्वजनिक जीवन प्रभावित
पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सभी स्कूल और कॉलेज बंद करने का आदेश दिया है। हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए सभी शैक्षणिक गतिविधियाँ स्थगित कर दी हैं। जम्मू विश्वविद्यालय ने भी आज के दिन के सभी कार्यक्रम और छात्र गतिविधियाँ रद्द कर दी हैं, हालांकि पूर्व निर्धारित परीक्षाएं यथावत आयोजित की जाएंगी। श्रीनगर चैंबर ऑफ कॉमर्स और बार एसोसिएशन जम्मू ने पूर्ण बंद का आह्वान किया है। लाल चौक में सन्नाटा पसरा है।
राजनीतिक दलों और संगठनों का बंद का आह्वान
हमले की राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने तीव्र निंदा की है और आज को शोक दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। डोडा, किश्तवाड़, रियासी, रामबन और पुलवामा सहित कई क्षेत्रों में बंद का सामूहिक आह्वान किया गया है। हमले के मद्देनज़र भारतीय सेना के ALH ध्रुव हेलीकॉप्टरों ने दो महीने बाद फिर से उड़ान भरनी शुरू कर दी है। इससे पहले इनकी उड़ानें पोरबंदर दुर्घटना के बाद स्थगित कर दी गई थीं। अब ये आतंकवाद विरोधी अभियानों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।