देश भर में पैकिंग कारोबार को भी मिला दीपावली पर एक बड़ा बाज़ार
नयी दिल्ली : खुदरा कारोबारियों के शीर्ष संगठन कनफ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने बताया कि देश के लगभग हर कोने में इस वर्ष दीपावली के अवसर पर हुई जबरदस्त खरीददारी की बदोलत करीब 4.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री एवं सांसद प्रवीन खंडेलवाल तथा कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. सी. भरतिया ने शुक्रवार को एक संयुक्त बयान जारी कर बताया कि एक मोटे अनुमान के अनुसार 4.25 लाख करोड़ रुपये के त्यौहारों के कारोबार में लगभग 13 प्रतिशत खाद्य एवं किराना में, नौ प्रतिशत आभूषण में, 12 प्रतिशत वस्त्र एवं गारमेंट, चार प्रतिशत ड्राई फ्रूट, मिठाई एवं नमकीन में, तीन प्रतिशत घर की साज सज्जा, छह प्रतिशत कास्मेटिक्स, आठ प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मोबाइल, तीन प्रतिशत पूजन सामग्री एवं पूजा वस्तुओं, तीन प्रतिशत बर्तन तथा रसोई उपकरण, दो प्रतिशत कॉन्फ़ेक्शनरी एवं बेकरी, आठ प्रतिशत गिफ्ट आइटम, चार प्रतिशत फ़र्निशिंग एवं फर्नीचर एवं शेष 20 प्रतिशत ऑटोमोबाइल, हार्डवेयर, इलेक्ट्रिकल, खिलौने सहित अन्य अनेक वस्तुओं एवं सेवाओं पर ग्राहकों द्वारा खर्च किए गए।
शादियों के सीजन पर बड़े व्यापार की उम्मीद
देश भर में पैकिंग कारोबार को भी एक बड़ा बाज़ार इस दिवाली पर मिला। श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिवाली पर लोकल बनी वस्तुएँ ख़रीदने का आह्वान किया गया था, जिसका बड़ा प्रभाव पूरे देश में दिखाई दिया। देश के सभी शहरों के स्थानीय निर्माताओं, कारीगरों एवं कलाकारों द्वारा बनाये गये उत्पादों की भारी मात्रा में बिक्री हुई जिससे आत्मनिर्भर भारत की एक विशिष्ट झांकी दिवाली पर्व के ज़रिए देश एवं दुनिया को दिखाई गई। इस साल भी चीनी उत्पादों को नकारते हुए पूरी तरह से भारतीय सामान को प्राथमिकता दी है, जिससे व्यापारी उत्साहित हैं और अब देवउठनी एकादशी 12 नवंबर से शुरू होने वाले शादियों के सीजन पर बड़े व्यापार की उम्मीद लगाए बैठे हैं।