एजुकेशन एक्ट 1973 का उल्लंघन करते हुए फीस में 30 से 38 प्रतिशत तक की थी बढ़ोतरी
दिल्ली,संवाददाता : दिल्ली के स्कूलों में फीस बढ़ोतरी के मामले ने सियासी हलचल मचा दी है। इस पर भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। मंगलवार को दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने घोषणा की कि दिल्ली सरकार 1,600 स्कूलों का ऑडिट करेगी।
उनका कहना है कि यदि किसी स्कूल को फीस बढ़ोतरी के लिए दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली आप सरकार के दौरान कई प्राइवेट स्कूलों ने बिना अनुमति के फीस में भारी बढ़ोतरी की थी, जिससे भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सवाल उठे। आशीष सूद ने कहा, “कुछ स्कूलों ने दिल्ली स्कूल एजुकेशन एक्ट 1973 का उल्लंघन करते हुए फीस में 30 से 38 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की थी। यह कानूनी तौर पर अनुमति नहीं है।”
इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली में 1,677 प्राइवेट स्कूलों में से 335 स्कूल सरकारी जमीन पर स्थित हैं, जिन्हें फीस बढ़ाने के लिए सरकार से मंजूरी लेनी जरूरी है। इस पर आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, “भाजपा को आरोप लगाने से पहले अपनी पार्टी के भ्रष्टाचार के मामलों को भी उजागर करना चाहिए। भाजपा ने शराब और साड़ी बांटी थी, यह पैसा माफियाओं से आया था।” सौरभ भारद्वाज ने सवाल उठाया, “अब तक कितने स्कूलों के रजिस्ट्रेशन रद्द किए गए हैं? कितने स्कूलों को टेकओवर करने के लिए नोटिस दिए गए हैं? बच्चों से बस, यूनिफॉर्म और अन्य नामों पर अवैध शुल्क लिया जा रहा है, अगर यह सही है तो सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।” इसके अलावा, आशीष सूद ने सर्वोदय कन्या विद्यालय, मयूर विहार फेज 2 का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, “हम विधायक रवि नेगी की शिकायत पर निरीक्षण कर रहे हैं। जर्जर कमरों को जल्द ही सुधार कर बच्चों को सुरक्षित वातावरण दिया जाएगा।” सूद ने यह भी कहा, “सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हमारी सरकार अब पिछली कमियों को गिनने के बजाय उन्हें दूर करने पर केंद्रित है। हम निगेटिव वाइब्स के साथ काम नहीं करना चाहते।”