चलीं सात जेसीबी और पोकलेन मशीनें, रोते-बिलखते नज़र आए लोग
श्रावस्ती,संवाददाता : सरकार का बुलडोज़र एक बार फिर गरज उठा। पीडब्ल्यूडी की जमीन पर खड़े अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू होते ही इलाके में हड़कंप मच गया। नगर के ईदगाह से लेकर तहसील तिराहे तक बनी करीब 25 दुकानों और मकानों पर जब सात जेसीबी और पोकलेन मशीनें चलीं। तो वहां मौजूद लोग रोते-बिलखते नज़र आए।
प्रशासन ने ध्वस्तीकरण से पहले अतिक्रमणकारियों को नोटिस देकर पर्याप्त समय दिया था। लेकिन कोई भी दस्तावेज़ पेश न किए जाने के बाद आखिरकार कार्रवाई को अंजाम दिया गया। बुधवार की सुबह होते ही भारी पुलिस बल और पीएसी की तैनाती कर जिला प्रशासन ने पूरी जगह को छावनी में बदल दिया। रात में मुनादी कराई गई थी। जिसके बाद कई दुकानदारों और परिवारों ने खुद ही सामान हटा लिया था। हालांकि कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने विरोध की कोशिश की। लेकिन पुलिस फोर्स के सामने किसी की एक न चली।
डीएम बोले- सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने साफ कहा कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्ज़े को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों को नोटिस देने के बाद भी वैध दस्तावेज़ नहीं दिखाए जा सके। जांच कमेटी ने साफ कर दिया कि पूरा निर्माण शासकीय भूमि पर है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि जिनके पास मकान नहीं हैं। वे आश्रय योजना और काशीराम आवास योजना के तहत मकान के लिए आवेदन कर सकते हैं।
























