ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा
दिनांक: 09 अप्रैल 2025
दिन: बुधवार
विक्रम संवत: 2082
शक संवत: 1947
अयन: उत्तरायण
ऋतु: वसंत ॠतु
मास: चैत्र
पक्ष: शुक्ल
तिथि: द्वादशी (रात्रि 11:47 तक, तत्पश्चात त्रयोदशी)
नक्षत्र: मघा (मूल नक्षत्र सुबह 11:22 तक, तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी)
योग: गण्ड (रात्रि 7:38 तक, तत्पश्चात वृद्धि)
राहुकाल: दोपहर 12:00 से 1:30 तक
सूर्योदय: 5:46 AM
सूर्यास्त: 6:14 PM
व्रत पर्व: श्री वामन द्वादशी, मदन द्वादशी
दिशाशूल: उत्तर दिशा में
विशेष
प्रदोष व्रत:
प्रदोष व्रत भगवान शिव की पूजा का महापर्व है। इस दिन विशेष पूजा और व्रत से शिव कृपा प्राप्त होती है।
व्रत विधि:
- प्रातः स्नान करें और भगवान शिव, पार्वती, नंदी का पंचामृत से अभिषेक करें।
- बेल पत्र, फूल, नैवेद्य अर्पित करें।
- दिनभर निराहार रहें और सायं पुनः शिव पूजा करें।
- भगवान शिव को घी-शक्कर मिला जौ का सत्तू अर्पित करें।
- आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं और शिव आरती करें।
उपाय:
सुबह जल्दी उठकर सूर्यदेव को तांबे के लोटे से अर्ध्य दें, आकड़े के फूल मिलाएं। इस उपाय से भाग्य में वृद्धि होती है।
अंनग त्रयोदशी
\10 अप्रैल को अंनग त्रयोदशी व्रत से दाम्पत्य जीवन में प्रेम और सुख-शांति का वास होता है।
हनुमान जन्मोत्सव
12 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर विशेष दीप दान और पूजा करें। गेहूँ, तिल, उड़द, मूंग और चावल का आटा मिलाकर दीपक बनाएं। इससे आपकी भक्ति में दृढ़ता आएगी और जीवन में आशीर्वाद मिलेगा।