ज्योतिष आचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र
दिनांक: 28 दिसम्बर 2024,
दिन: शनिवार
विक्रम संवत: 2081,
शक संवत: 1946
अयन: दक्षिणायन,
ऋतु: शिशिर ॠतु
मास: पौष,
पक्ष: कृष्ण
तिथि: त्रयोदशी रात्रि 2:43 तक, तत्पश्चात चतुर्दशी
नक्षत्र: अनुराधा (रात्रि 9:55 तक), ज्येष्ठा मूल नक्षत्र
योग: शूल (रात्रि 10:42 तक), तत्पश्चात गण्ड
राहुकाल: सुबह 9:00 बजे से 10:30 बजे तक
सूर्योदय: 6:47,
सूर्यास्त: 5:13
दिशाशूल: पश्चिम दिशा में
विशेष व्रत पर्व विवरण: शनिप्रदोष व्रत
आज का शनि प्रदोष बहुत विशेष और महत्वपूर्ण है। 2025 के लिए प्रभु से विशेष आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। यह पर्व भगवान शिव और शनि महाराज दोनों की उपासना का है। त्रयोदशी तिथि पर शनिवार का योग बहुत ही पावरफुल है।
ब्रह्म पुराण के अनुसार शनिदेव ने कहा, “जो व्यक्ति शनिवार को पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सभी कार्य सिद्ध होंगे।”
विशेष उपाय:
- पीपल के वृक्ष का स्पर्श करके ‘ॐ नमः शिवाय’ का 108 बार जप करें।
- हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से कष्टों का निवारण होता है।
वास्तु शास्त्र टिप्स:
घर या दुकान में उत्तर-पूर्व दिशा में गाय की तस्वीर लगाने से दुर्भाग्य समाप्त होता है, क्योंकि गाय में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास माना जाता है।
मासिक शिवरात्रि – 29 दिसम्बर 2024 (रविवार)
कर्ज-मुक्ति के लिए विशेष उपाय:
मासिक शिवरात्रि के अवसर पर सूर्यास्त के समय शिवजी का स्मरण करते हुए 17 मंत्रों का जाप करें:
- ॐ शिवाय नम:
- ॐ सर्वात्मने नम:
- ॐ त्रिनेत्राय नम:
- ॐ हराय नम:
- ॐ इन्द्र्मुखाय नम:
- ॐ श्रीकंठाय नम:
- ॐ सद्योजाताय नम:
- ॐ वामदेवाय नम:
- ॐ अघोरह्र्द्याय नम:
- ॐ तत्पुरुषाय नम:
- ॐ ईशानाय नम:
- ॐ अनंतधर्माय नम:
- ॐ ज्ञानभूताय नम:
- ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम:
- ॐ प्रधानाय नम:
- ॐ व्योमात्मने नम:
- ॐ युक्तकेशात्मरूपाय नम:
आर्थिक कष्टों के लिए उपाय:
- मासिक शिवरात्रि के दिन संध्या समय जप करें और शिवमंदिर में दीपदान करें।
- रात को 12 बजे जाग कर एक श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें।