ज्योतिष आचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र
- दिनांक : 24 जुलाई 2025
- दिन : गुरुवार
- विक्रम संवत : 2082
- शक संवत : 1947
- अयन : दक्षिणायन
- ऋतु : वर्षा ऋतु
- मास : श्रावण
- पक्ष : कृष्ण
- तिथि : अमावस्या रात्रि 12:36 तक, तत्पश्चात प्रतिपदा
- नक्षत्र : पुनर्वसु शाम 5:32 तक, तत्पश्चात पुष्य
- योग : हर्षण प्रातः 11:22 तक, तत्पश्चात वज्र
- राहुकाल : दोपहर 1:30 से 3:00 तक
- सूर्योदय : प्रातः 5:20 बजे
- सूर्यास्त : सायं 6:40 बजे
- दिशाशूल : दक्षिण दिशा में
व्रत एवं पर्व
- दर्श अमावस्या
- श्रावण अमावस्या
- हरियाली अमावस्या
- गुरुपुष्यामृत योग
विशेष जानकारी
- आज अमावस्या है। चातुर्मास में पलाश की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक होता है।
नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के उपाय
आज अमावस्या के दिन घर की नकारात्मक ऊर्जा हटाने हेतु 1 लीटर पानी में 50 ग्राम खड़ा नमक मिलाकर पोंछा लगाएं। चाहें तो खड़े नमक के स्थान पर गौझरण अर्क का उपयोग करें।
समृद्धि हेतु उपाय
यदि कर्ज से पीड़ित हैं तो अमावस्या के अगले दिन से पूर्णिमा तक प्रतिदिन रात को चंद्रमा को अर्घ्य दें।
दीक्षा में प्राप्त मंत्र का श्रद्धा पूर्वक जप करें – समस्याओं से राहत मिलेगी।
गुरुपुष्यामृत योग
आज गुरुवार 24 जुलाई सायं 5:32 से शुक्रवार 25 जुलाई सायं 5:12 तक गुरुपुष्यामृत योग है।
पुष्य नक्षत्र का महत्व (शिव पुराण अनुसार):
- पुष्य नक्षत्र को शिव की विभूति कहा गया है।
- इसमें किया गया जप, ध्यान, दान, पुण्य अत्यंत फलदायी होता है।
- विवाह एवं अन्य मांगलिक कार्य वर्जित हैं।
- इस योग में श्राद्ध करने से पितरों को अक्षय तृप्ति तथा कर्ता को धन, पुत्र आदि की प्राप्ति होती है।