Home » आज का पंचांग 21 जून 2025
ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्रा
- विक्रत संवत: 2082
- शक संवत: 1947
- अयन: उत्तरायण
- ऋतु: वर्षा ऋतु
- मास: आषाढ़
- पक्ष: कृष्ण
- तिथि: दशमी समाप्त – प्रातः 3:43 बजे
एकादशी प्रारंभ – 21 जून रात्रि 1:17 तक
➤ अतः आज एकादशी का पूर्ण दिन एवं रात्रि व्रत के लिए विशेष महत्व की है।
- नक्षत्र: अश्विनी (शाम 5:16 तक), तत्पश्चात भरणी
- योग: अतिगण्ड (सायं 6:36 तक), तत्पश्चात सुकर्मा
- राहुकाल: प्रातः 9:00 से 10:30 तक
- सूर्योदय: 05:13
- सूर्यास्त: 18:47
- दिशाशूल: पूर्व दिशा
व्रत एवं पर्व विवरण
- योगिनी एकादशी व्रत
- ऋतु आरंभ (वर्षा ऋतु)
- एकादशी तिथि का विशेष पुण्य काल
➤ व्रत पारण का समय: 22 जून 2025, रविवार – प्रातः 9:00 से 11:00 के मध्य
योगिनी एकादशी व्रत का महत्व
- यह व्रत महापापों का नाश कर महान पुण्य देनेवाला होता है।
- पौराणिक मान्यता: योगिनी एकादशी का व्रत करने से 88,000 ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर पुण्य प्राप्त होता है।
शनिवार विशेष – पीपल पूजन का महत्व
- ब्रह्म पुराण के अनुसार, शनिवार को पीपल वृक्ष का स्पर्श करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है और समस्त कार्यों में सिद्धि मिलती है।
- शनिवार को प्रातःकाल पीपल का स्पर्श एवं “ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जप करने से ग्रह दोष और कष्ट शांत होते हैं।
- पद्म पुराण के अनुसार, पीपल की जड़ में जल अर्पण एवं दीपक जलाने से अनेक प्रकार के संकटों का निवारण होता है।