ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्रा
पंचांग विवरण:
- तिथि: एकादशी प्रातः 8:04 बजे तक, तत्पश्चात द्वादशी
- नक्षत्र: रोहिणी रात्रि 8:41 बजे तक, तत्पश्चात मृगशिरा
- योग: वृद्धि शाम 7:01 बजे तक, तत्पश्चात ध्रुव
- पक्ष: कृष्ण
- मास: श्रावण
- ऋतु: वर्षा
- अयन: दक्षिणायन
- विक्रम संवत: 2082
- शक संवत: 1947
- सूर्योदय: प्रातः 5:19 बजे
- सूर्यास्त: सायं 6:41 बजे
- राहुकाल: प्रातः 7:30 से 9:00 बजे तक
- दिशाशूल: पूर्व दिशा में
व्रत/पर्व विवरण:
कामिका एकादशी व्रत
- प्रारंभ: 20 जुलाई (रविवार) प्रातः 10:29 बजे से
- समाप्ति: 21 जुलाई (सोमवार) प्रातः 8:04 बजे तक
- व्रत पारण: 22 जुलाई (मंगलवार) को प्रातः 9:00 बजे से पूर्व करें
कामिका एकादशी का महत्व: इस दिन रात्रि जागरण एवं व्रत करने वाला व्यक्ति यमराज का दर्शन नहीं करता और सभी पापों से मुक्त होता है। स्मरण मात्र से वाजपेय यज्ञ के समान फल की प्राप्ति होती है।
विशेष नियम:
- आज विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना अत्यंत शुभकारी है।
- एकादशी के दिन चावल व साबूदाना का सेवन वर्जित है।
- इस दिन बाल न कटवाएँ।
- आँवले के रस से स्नान करने से पाप नष्ट होते हैं।
- चातुर्मास में पलाश की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक होता है।
कर्ज मुक्ति के लिए विशेष उपाय
भौम प्रदोष योग: मंगलवार को त्रयोदशी तिथि को भौम प्रदोष कहा जाता है। यदि किसी को आर्थिक परेशानी या कर्ज है तो इस दिन निम्न उपाय करें:
उपाय:
सायं सूर्यास्त के समय किसी शिव मंदिर में जाएँ, 5 बत्ती वाला दीपक जलाएँ और निम्न मंत्रों का जप करें:
- ॐ भौमाय नमः
- ॐ मंगलाय नमः
- ॐ भुजाय नमः
- ॐ रुन्ह्र्ताय नमः
- ॐ भूमिपुत्राय नमः
- ॐ अंगारकाय नमः
मंगल स्तुति:
धरणीगर्भसंभूतं विद्युत्कान्तिसमप्रभम्।
कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणम्यहम्।।
कर्ज निवारण मंत्र:
पूजन के समय निम्न मंत्र का जप करें –
“मृत्युंजयमहादेव त्राहिमां शरणागतम्।
जन्ममृत्युजराव्याधिपीड़ितः कर्मबन्धनः।।”
विशेष निर्देश:
- इस दिन नमक, मिर्च का त्याग करें।
- श्रद्धा और पुरुषार्थ दोनों आवश्यक हैं।