ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्रा
दिनांक: 18 मई 2025
दिन: रविवार
विक्रम संवत: 2082
शक संवत: 1947
अयन: उत्तरायण
ऋतु: ग्रीष्म
मास: ज्येष्ठ
पक्ष: कृष्ण
तिथि: षष्ठी (रात्रि 2:12 तक)
नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा (शाम 3:45 तक), तत्पश्चात श्रवण
योग: शुक्ल (रात्रि 2:58 तक)
राहुकाल: सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
सूर्योदय: प्रातः 5:22 बजे
सूर्यास्त: सायं 6:38 बजे
दिशाशूल: पश्चिम दिशा
व्रत/पर्व: विशेष – षष्ठी
धार्मिक मान्यता: स्कंद पुराण के अनुसार, रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करने से ब्रह्महत्या जैसे महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।
ज्योतिष शास्त्र अनुसार जीवन की समस्याओं के समाधान हेतु सरल उपाय
- रुका हुआ पैसा प्राप्त करने हेतु उपाय
शुक्ल पक्ष के किसी सोमवार से यह उपाय आरंभ करें। प्रतिदिन प्रातः स्नान के बाद एक लोटे में जल लेकर उसमें पाँच गुलाब के फूल डालें और सूर्य को अर्घ्य दें। भगवान सूर्य से अपने रुके हुए धन की प्राप्ति हेतु प्रार्थना करें। यह उपाय लगातार 21 दिनों तक करें। - सफलता प्राप्त करने हेतु उपाय
किसी भी बुधवार को सूर्य की ओर मुख करके नमस्कार करें। फिर कच्चे सूत पर नीचे दिए गए मंत्र का जाप करते हुए सात गांठ लगाएं।
मंत्र: “ॐ गं गणपतये नमः”
फिर उस सूत को ताबीज में भरकर धारण करें। हर बुधवार इसे उतारकर धूप-दीप दिखाएं और पुनः धारण करें। इससे कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। - सुख-समृद्धि हेतु उपाय
प्रतिदिन प्रातः तुलसी को जल अर्पित करें और गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इस सरल उपाय से घर में सुख, समृद्धि एवं शांति बनी रहती है।
स्वास्थ्य सुझाव – आयुर्वेदिक मुद्रा-विहार
- यदि शरीर में अधिक गर्मी हो, आँखें जलती हों, तो रात को दायीं करवट लेटकर सोना लाभकारी होता है।
- यदि शरीर अधिक ठंडा रहता हो या शिथिलता महसूस होती हो, तो बायीं करवट सोना चाहिए।