ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्रा
दिनांक – 21 अगस्त 2025, गुरुवार
विक्रम संवत – 2082
शक संवत – 1947
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा
मास – भाद्रपद
पक्ष – कृष्ण
तिथि – त्रयोदशी दोपहर 12:36 तक, तत्पश्चात चतुर्दशी
नक्षत्र – पुष्य रात्रि 1:06 तक, तत्पश्चात अश्लेषा
योग – व्यतीपात शाम 6:12 तक, तत्पश्चात वरीयान
राहुकाल – दोपहर 1:30 से शाम 3:00 तक
सूर्योदय – प्रातः 5:36 बजे
सूर्यास्त – संध्या 6:24 बजे
दिशाशूल – दक्षिण दिशा में
व्रत / पर्व – मासिक शिवरात्रि, अघोरा चतुर्दशी, गुरुपुष्यामृत योग
विशेष – त्रयोदशी तत्पश्चात चतुर्दशी
भाद्रपद अमावस्या विशेष (22–23 अगस्त 2025)
22 अगस्त – दर्श अमावस्या, पीठोरी अमावस्या (शुक्रवार)
23 अगस्त – भाद्रपद अमावस्या, कुशोत्पाटिनी अमावस्या (शनिवार)\
नकारात्मक ऊर्जा हटाने के उपाय
प्रत्येक अमावस्या अथवा हर 15 दिन में:
– 1 लीटर पानी में 50 ग्राम खड़ा नमक मिलाकर पोंछा लगाएँ।
– विकल्प: खड़े नमक की जगह गौझरण अर्क का प्रयोग करें।
यह उपाय घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
अमावस्या पर सतर्कता
विष्णु पुराण के अनुसार:
अमावस्या के दिन वृक्ष, लता या पौधों की कटाई या पत्ते तोड़ना ब्रह्महत्या के पाप के समान होता है।
धन-धान्य एवं सुख-समृद्धि हेतु
हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।
सामग्री:
- काले तिल
- जौं
- चावल
- गाय का घी
- चंदन पाउडर
- गूगल
- गुड़
- देशी कपूर, गौ चंदन या कण्डा
विधि:
– किसी लोहे/मिट्टी के पात्र में कण्डा जलाकर हवनकुंड बनाएं।
– उपरोक्त सामग्री का मिश्रण तैयार करें।
– घर के सभी सदस्य एकत्र होकर निम्न मंत्रों से 1-1 आहुति दें:
आहुति मंत्र:
- ॐ कुल देवताभ्यो नमः
- ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः
- ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः
- ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः
- ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः