ज्योतिष आचार्य और हनुमान सेतु मंदिर के मुख्य पुजारी रहे डॉ उमाशंकर मिश्र बता रहे हैं सटीक उपाय
संवाददाता, लखनऊ: कई बार हम लोग अपने समाज और परिवार के लिए बहुत कुछ करते रहते हैं, लेकिन बदले में हमें केवल अपयश ही मिलता है। इसकी वजह कहीं आपका दक्षिण दिशा तो नहीं है? दक्षिण दिशा में जब भी पानी से संबंधित कोई वास्तु या चित्र होगा, तो वह नाम और प्रतिष्ठा की हानि करता है। समाज में नाम, सम्मान और यश की प्राप्ति के लिए शयन कक्ष, ड्राईंग रूम, ऑफिस, फैक्ट्री के दक्षिण दीवार पर लाल रंग का वाल पेपर लगाना चाहिए। वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर के दक्षिण दीवार में दौड़ते हुए घोड़े का चित्र लगाना चाहिए।
ये उपाय भी करें-
- घर की दक्षिण दिशा का तत्व अग्नि होता है, इसलिए दक्षिण दीवार में उगते हुए सूरज की फोटो लगाना अच्छा माना जाता है।
- दक्षिण दिशा का तत्व अग्नि है, इसलिए दक्षिण दीवार में लाल रंग से बनी पेंटिंग्स लगाना अच्छा माना जाता है।
- लकड़ी से अग्नि बनता है, इसलिए लकड़ी से बनी मूर्ति या कोई भी कलाकृति दक्षिण दीवार में लगाना चाहिए।
- पितरों की पूजा दक्षिण दिशा में की जाती है, इसलिए मृतक की फोटो भी दक्षिण दीवार में नैऋत्य कोण में लगाने का विधान है।
- दौड़ता हुआ घोड़ा अग्नि तत्व का प्रतीक है, इसलिए दौड़ते हुए घोड़े का चित्र दक्षिण दीवार में लगाना चाहिए।
- लकड़ी से बने फर्नीचर, डायनिंग टेबल, बांस की कुर्सियां भी दक्षिण दिशा में शुभदायक मानी जाती हैं।
- दक्षिण दिशा में पानी से संबंधित कोई भी चित्र या वस्तु रखना वर्जित है।
- दक्षिण दिशा से नाम और प्रतिष्ठा देखी जाती है। इसलिए चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे राजनीति के धुरंधरों को अपने दक्षिण दिशा को विकसित करना चाहिए।
- समाज, देश, विदेश में नाम और प्रतिष्ठा के लिए अपने ड्राईंग कक्ष या शयन कक्ष के दक्षिण दीवार पर गहरे लाल रंग का वाल पेपर लगाकर दक्षिण दिशा को विकसित करना चाहिए।