सुलह के बदले एक लाख रुपया भी पीड़िता को दिया तो प्रभारी ने कितना लिया? सीएम से शिकायत..
बाराबंकी: एक किशोरी का गांव से अपहरण कर शहर के होटल फिर गाजियाबाद में दुष्कर्म की वारदात सामने आई है। मामले में चौकी प्रभारी ने दबाव बनाकर सुलह समझौता करा दिया। सुलह के बदले किशोरी को एक लाख रुपया भी दिया। जिसमें से 50 हजार खाते में ऑनलाइन भेजा और बाकी नकद दिया गया। सवाल यह उठता है कि इस गंभीर मामले को सुलटाने में प्रभारी महोदय ने कितनी मोटी रक़म ऐठी। दरिंदे ने वारदात को अंजाम देने के लिए बाराबंकी शहर के एक होटल में नाबालिग दलित किशोरी को बंधक बनाकर रखा। उसके बाद गाजियाबाद ले गया। फिर चार दिनों के बाद किशोरी को उसके गांव के बाहर छोड़कर फरार हो गया। किशोरी के मामा का आरोप है कि जब शिकायत पुलिस के पास की तो चौकी इंचार्ज ने जबरन सुलह करा दिया।मामा का कहना है कि किशोरी के मां बाप नहीं हैं। वह हम लोगों के पास ही रहती है। पुलिस ने जबरन उनपर सुलह के लिए दबाव बनाया। पीड़िता के मामा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर घटना की शिकायत की। साथ ही एसपी से मामले की शिकायत की तो उनके आदेश के बाद भी थाने की पुलिस ने तहरीर बदलवा दी और उसके बाद मुकदमा दर्ज किया। यह है मामलाः पूरा मामला मसौली थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर पुलिस चौकी के एक गांव से जुड़ा है। यहां के एक गांव की रहने वाली 16 वर्षीय दलित किशोरी बीती 22 अगस्त 2024 को शौच के बाद घर वापस लौट रही थी। इसी दौरान कुछ लोगों ने एक कार में पीड़िता को खींच कर बैठा लिया। अपहरणकर्ता अंकित वर्मा ने शहर के एक होटल में रख कर उसके साथ दुष्कर्म किया। फिर वहां से गाजियाबाद ले जाकर तीन दिनों तक दुराचार किया। आरोपी 25 अगस्त को उसे गांव के बाहर लेकर छोड़ गए। इस काम में अंकित शर्मा का साथ उसके अन्य साथियों ने भी दिया। जिसके बाद मामले की जानकारी होने पर पीड़िता के मामा ने चौकी त्रिलोकपुर आकर एक तहरीर दी।