सरकारी व अनुसूचित जाति के लोगों की भूमि क़ब्ज़ा कर बनाई थी बेकरी, इसी में किया था दुष्कर्म
लखनऊः किशोरी से दुष्कर्म के आरोपित सपा नेता मोइन खान की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।गिरफ़्तारी के सप्ताहभर के भीतर ही बेकरी को भी योगी के बुलडोजर ने तहस-नहस कर डाला। पीड़िता की माँ का आरोप है कि बेटी से इसी बेकरी में दुष्कर्म किया।
पुलिस-प्रशासन की जांच में यहाँ अवैध कब्जा मिला था। डीएम चंद्र विजय सिंह और एसएसपी राज करन नय्यर की जाँच में भूमिका अहम रही। पूरे मामले की आइजी रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार भी मॉनीटरिंग करते रहे। इस मामले में मासूम किशोरी की माँ ने बीकापुर विधायक अमित सिंह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की थी। जिसके बाद जाँच पूरी होते ही योगी ने इस मामले में ऐसा एक्शन लिया कि आरोपित चारों खाने चित हो गया। योगी के निर्देश पर कलंदर थाने के एससो रतन शर्मा और भदरसा चौकी प्रभारी अखिलेश गुप्ता को निलंबित किया गया। इस मामले में एक अन्य एफआईआर सपा नेता व भदरसा नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद रशीद और जय सिंह राणा पर भी दर्ज है। दोनों पर स्वजन को सुलह के लिए धमकाने का आरोप है।
यह था मामला..
अयोध्या में 12 वर्षीय मासूम से गैंगरेप करने के आरोप में पुलिस ने सोमवार को सपा नेता भदरसा नगर अध्यक्ष मोइन खान को गिरफ्तार किया था। उसके साथ बेकरी कर्मचारी राजू की भी गिरफ्तारी हुई थी। इस संबंध में पीड़िता के परिवारजन की ओर से तहरीर दी गई थी। जिसपर पुलिस ने दुष्कर्म, पाक्सो एक्ट समेत तमाम गंभीर धाराओं में मोइन खान व अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
घटना के बाद से पुलिस संबंधित मामले की विवेचना में जुटी थी। जिसके बाद से पीड़ित परिवारजन को न्याय की आस जगी। उधर विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या की इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि महिला सुरक्षा के लिए सपा के नेता खतरा बने हैं। उन्होंने कहा कि आराेपित अयोध्या से सपा सांसद का करीबी है। साथ ही यह भी बताया कि अति पिछड़ी जाति की बच्ची के साथ दुष्कर्म व हरदोई में अधिवक्ता की हत्या के मामले में सपा नेताओं का ही हाथ सामने आ रहा है। वह यहीं नहीं रुके कहा कि ऐसे नेता समाज के लिए कोढ़ हैं, ऐसे नेताओं को गोली न मारे तो क्या माला पहनाएं।