गैंगस्टर सुंदर भाटी को सुनाई थी उम्रकैद की सजा, अब जान लेने पर तुले बदमाश
अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश में अपराध मुक्त होने का दावा भले ही किया जाता हो, लेकिन हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं। पश्चिम यूपी के कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी को उम्रकैद की सजा सुनाने वाले एक जज को अलीगढ़ में हाईवे पर बदमाशों ने घेर लिया। बदमाशों ने जज की कार को बीच हाईवे पर रोकने की कोशिश की और उनकी जान को खतरे में डाल दिया। बाद में जज ने अपनी जान बचाने के लिए पुलिस थाने का सहारा लिया।
घटना की टाइमलाइन और एफआईआर के अनुसार
यह घटना 29 अक्टूबर की शाम करीब 8 बजे हुई। जज अनिल कुमार फर्रुखाबाद से नोएडा अपने घर जा रहे थे, जब उनका पीछा करने वाले बदमाशों ने यमुना एक्सप्रेस-वे के पास सफेद रंग की बोलेरो (UP 81-7882) में सवार होकर उन्हें घेर लिया। जज के मुताबिक, हमलावरों ने उनकी कार को बीच सड़क पर रोकने की कोशिश की और गाली-गलौच करते हुए असलहे तान दिए। इस दौरान जज किसी तरह अपनी कार को तेज़ी से चलाकर भागने में सफल रहे।
सोफा पुलिस चौकी पर रुककर बचाई जान
जज ने अपनी जान को खतरे में देख अलीगढ़ के सोफा पुलिस चौकी पर अपनी कार रोक दी, जहां बदमाशों ने उनका पीछा करते हुए अपनी गाड़ी भी रोकी। पुलिस चौकी देखकर बदमाश वहां से भाग गए, और जज ने तुरंत चौकी इंचार्ज और एसएसपी के पीआरओ को फोन पर इस पूरे मामले की सूचना दी। इसके बाद, जज ने खैर थाने के प्रभारी निरीक्षक डीके सिसोदिया को भी फोन करके घटनाक्रम की जानकारी दी।
एफआईआर में सुंदर भाटी गैंग का हाथ होने का आरोप
जज की शिकायत के अनुसार, इस पूरी घटना के पीछे सुंदर भाटी गैंग का हाथ था, जो हाल ही में हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद 23 अक्टूबर को सोनभद्र जेल से रिहा हुआ था। घटना के छह दिन बाद 29 अक्टूबर को जज का पीछा किए जाने की घटना सामने आई। जज ने खैर थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई, जिसमें पांच बदमाशों को आरोपी बताया गया। हालांकि, क्योंकि यह मामला सीधे तौर पर जज से जुड़ा था, पुलिस ने मामले के बारे में अधिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की है।
पुलिस ने किया मामले की जांच का दावा
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन फिलहाल इस घटना से जुड़े किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज़ कर दी गई है और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारियां की जाएंगी।
पारंपरिक अपराधियों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई
इस घटना ने एक बार फिर पश्चिम यूपी के अपराधी तत्वों की ताकत और कानून-व्यवस्था के खामियों को उजागर किया है। सुंदर भाटी जैसे कुख्यात गैंगस्टर की गिरफ्तारी और रिहाई के बाद इस तरह की घटनाओं के सामने आना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है।