मोहालीः अग्निवीर इश्मीत सिंह ने सेना की नौकरी के बजाए चुना जरायम का रास्ता। पिस्टल ख़रीदी और गिरोह बनाकर करने लगा लूटपाट।पहले छुट्टी लेकर घर आया था, लेकिन छूट्टी समाप्त होने के बाद ड्यूटी पर नहीं लौटा, बल्कि अपने भाई प्रभप्रीत, दोस्त बलकरन सिंह के साथ मिलकर गन प्वाइंट पर लूटपाट करने लगा। नवंबर 2022 में सेना में अग्निवीर भर्ती हुआ था। जांच में सामने आया कि बंगाल में ड्यूटी से छुट्टी लेकर आते समय रास्ते में कानपुर से देखें पिस्टल खरीदकर लाया था।
एसएसपी डा. संदीप कुमार गर्ग ने बताया कि सूचना मिली थी कि इश्मीत सिंह, प्रभप्रीत सिंह बलकरन वाहन चोरी व लूट की वारदात करते हैं और फिर चौरी के बहनों पर फर्जी नंबर प्लेट लगकर आगे बेच देते हैं। 20 व 21 जुलाई की देर रात आरोपितों नै एप से टैक्सी बुक की और उसमें सवार हो गए। चप्पचिड़ी पहुंचते ही उन्होंने टैक्सी चालक को पिस्टल दिखाकर आंखों में पेपर स्प्रे डाली और भाग निकला।वह इश्मीत 2022 में भर्ती हुआ था और फिर ड्यूटी पर नहीं लौटा।