नेटवर्क के जरिए बड़ी मात्रा में किया जा रहा था अवैध लेनदेन
लखनऊ, संवाददाता : उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। गुरुवार को ईडी ने निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश के करीबी निकांत जैन के लखनऊ स्थित आवास और कार्यालय समेत पांच ठिकानों पर छापेमारी की। निकांत जैन, जिन्हें पहले ही एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है, पर आरोप है कि वे आईएएस अधिकारी के नाम पर निवेशकों से परियोजनाओं की मंजूरी के लिए रिश्वत मांगते थे। इसी सिलसिले में, ईडी ने निकांत के घर से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं। इन दस्तावेजों के आधार पर, ईडी ने रेगनेट होटल के मालिक और गोल्डन ब्लॉसम के साझेदार राजेंद्र बग्गा के ठिकानों पर भी रेड की है। माना जा रहा है कि इस नेटवर्क के ज़रिए बड़ी मात्रा में अवैध लेनदेन किया जा रहा था।
आईएएस अभिषेक प्रकाश पहले ही हो चुके हैं निलंबित
2006 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश को उत्तर प्रदेश सरकार ने मार्च 2025 में निलंबित किया था। उनके निलंबन की वजह एक सौर ऊर्जा परियोजना से जुड़ी रिश्वतखोरी की शिकायत थी। शिकायतकर्ता निवेशक ने आरोप लगाया था कि निकांत जैन, अभिषेक प्रकाश के नाम पर परियोजनाओं को मंजूरी दिलाने के लिए कमीशन की मांग कर रहे थे। प्रवर्तन निदेशालय अब इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से भी जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी कार्रवाई निवेशकों से काले धन के ज़रिए वसूली और उसे वैध बनाने की प्रक्रिया का खुलासा करने के लिए की जा रही है।